मेनोपॉज क्या है?
क्या आपको पता है कि एक वक्त के बाद हर महिला की पीरियड साइकिल बंद हो जाती है। एक उम्र पर पहुंचकर महिलाओ को पीरियड्स होना बंद हो जाते हैं। रिप्रोडक्टिव सालों का अंत आपके शरीर में कुछ बदलाव लाता है। इन्हीं बदलावों को मेनोपॉज कहा जाता है। मेनोपॉज के कारण अलग अलग हो सकते हैं।
मेनोपॉज के तीन स्टेज
1.perimenopause
यह मेनोपॉज से पहले का समय होता है। इसमें ओवरी एस्ट्रोजन बनाना कम कर देती हैं। आखिर के 1, 2 सालों में यह और भी तेजी से कम होने लगता है।
2. मेनोपॉज
यह तब होता है जब आपके पीरियड आने बंद हो जाते हैं। आपकी ओवरी एस्ट्रोजन बनाना बंद कर देती हैं और एग भी रिलीज़ नही होते।
3. Postmenopause
यह मेनोपॉज के बाद का समय होता है जिसमे मेनोपॉज के लक्षण कम हो जाते हैं। लेकिन जैसे जैसे आपकी उम्र बढ़ती है एस्ट्रोजन की कमी के कारण हेल्थ रिस्क काफ़ी बढ़ जाते हैं।
मेनोपॉज के लक्षण
अगर आपको मेनोपॉज होगा तो आप इसका पता कैसे लगाएंगे? यह एक ज़रूरी सवाल है। हर बीमारी या चीज़ के कुछ लक्षण होते हैं जिनसे आपको उस बीमारी के होने का पता चलता है। मेनोपॉज के भी कुछ लक्षण होते हैं। अधिकतर महिलाएं मेनोपॉज के करीब पहुंचने पर vasomotor symptoms का अनुभव करती हैं।
इनमें से सबसे कॉमन है ऊपरी शरीर में तेज गर्मी, ब्लशिंग, पसीना, आदि का एहसास करना। इसके अलावा आप यह लक्षण भी देख सकते हैं -
1. इरेगुलर पीरियड या बीच बीच में पीरियड का नलेकिन आना
2. ब्रेस्ट में दर्द होना
3. Vaginal dryness
4. बार बार पेशाब करना
5. सोने में तकलीफ
6. इमोशनल बदलाव
7. त्वचा, होठ, आंख, आदि का सूखना
8. अत्यधिक थकान, डिप्रेशन
9. बालों का गिरना
10. दिल की धड़कन तेज
मेनोपॉज के कारण
महिलाएं के शरीर में जन्म से ही एग होते हैं जो उनकी ओवरी में इकट्ठे होते हैं। ओवरी एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन भी रिलीज़ करती है जो मेंस्ट्रुएशन और एग को रेगुलेट करते हैं। जब यह एग रिलीज़ होने बंद हो जाते हैं और हर महीने पीरियड आना रुक जाते हैं तब मेनोपॉज होता है।
40 की उम्र के बाद मेनोपॉज आम बात है। लेकिन कुछ महिलाओं को वक्त से पहले ही पीरियड आने बंद हो जाते हैं। इसे premature menopause कहते हैं। इसके कारण सर्जरी, कीमोथेरेपी, आदि हो सकते हैं।