पीरियड्स शेमिंग असल में पीरियड्स को लेकर पब्लिक में शर्म महसूस करना है। अक्सर देखा गया है कि महिलाएं खुद किसी अन्य महिला के सामने भी टेम्पॉन्स, सेनेटरी पैड्स को छुपाती है। आखिर पीरियड्स को लेकर इतनी इम्बैरस्मेंट क्यों है? छोटी बच्चियां अपनी माँ से खुल कर पीरियड्स रिलेटेड बातें पूछने में हिचकिचाती हैं वही किसी ऑफिस में कामकाजी महिला वाशरूम में टैम्पून का इस्तेमाल करते हुए उसे अपने को-वर्कर महिलाओं कि नज़रों से छुपा कर इस्तेमाल करती है। इसे ही पीरियड शेमिंग कहा जाता है।
What Is Period Shaming? Women Feel Embarrass Talking About Periods
इमोशनल डिस्बैलेंस को लेकर शर्माना
अक्सर पीरियड्स के दौरान आपके मूड स्विंग्स होते हैं, यह काफी नार्मल सी बात है। लेकिन अपने मूड और बेहवियरल चेंज की वजह से इम्बैरस होना ठीक बात नहीं। यह तो कॉमन सा मामला है कि पीरियड्स में आपके होर्मोनेस डिस्बैलेंस होते हैं। चेहरे पर अचानक पिम्पल्स आजाना और एक्ने की प्रॉब्लम यह सब पीरियड्स में सामान्य सी बात है। इसके लिए खुद को दोषी ठहरना बिलकुल गलत है। आपो यह समझने की जरुरत है कि पीरियड्स कोई बीमारी नहीं बल्कि यह तो एक साइकिल है, हमारे रिप्रोडक्टिव पार्ट का एक साइकिल है जो आमतौर पर हर लड़की के साथ होता है। ऐसे में खुद को डिप्रेस करना या शर्म से घर से बहार न निकलना गलत होगा।
पीरियड एक्सीडेंट्स का डर
जिस पल से एक लड़की को पता चलता है कि उसके पीरियड्स अब आने लगे है उसके,अंदर पीरियड्स एक्सीडेंट का डर बैठ जाता है। क्या कोई लड़का नोटिस करेगा? कहीं आपकी स्कर्ट पर लीक की वजह से दाग न लग जाए? कहीं आप रास्तेमे चल रहे हो और आपके पंत पर लगा दाग सबने देख लिया तो? यह सब पीरियड्स शेमिंग है।
असल में इस तरह का डर इस समाज के पीरियड्स के लिए छोटी और उसे बीमारी समझने वाली सोच का नतीजा है। शुरुआत में पीरियड्स में स्कर्ट पर दाग लगना या बैग में सेनेटरी नैपकिन लाना भूल जाना यह सब कॉमन मिस्टेक्स होती हैं, जो हर लड़की से किसी न किसी स्टेज पर हुई होती हैं।
पीरियड्स के बारें में खुलकर बात करने में हिचकिचाहट
अधिकांश युवा लड़कियां "पीरियड," "टैम्पोन," या "पैड" जैसे शब्दों को जोर से बोलना पसंद नहीं करतीं, वह सामान्य मात्रा में इसके बारे में बहुत कम बात करती हैं और जरुरत पड़े तो आपस में फुसफुसा कर बात करती हैं। यहां तक कि कुछ वयस्क महिलाएं किसी सहकर्मी से टैम्पोन के लिए पूछने के लिए इशारे का सहारा लेती हैं।