Women Talk: पीसीओडी (Polycystic Ovary Disease) एक ऐसी बीमारी है जो महिलाओं में अंडकोष (ovaries) में छोटे-छोटे गांठों के रूप में विकसित होती है। इस समस्या में हार्मोनल असंतुलन, मासिक धर्म में गड़बड़ी, और वजन बढ़ने जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं। इस समस्या से जूझने वाली महिलाओं को कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, ताकि उनकी हालत न बिगड़े और वे जल्दी ठीक हो सकें। यहाँ हम उन चीजों के बारे में बताएंगे, जिन्हें पीसीओडी में नहीं करना चाहिए।
पीसीओडी में ये सब चीजें नहीं करनी चाहिए
1. अस्वस्थ आहार लेना
पीसीओडी में अस्वस्थ आहार लेने से हार्मोनल असंतुलन और वजन बढ़ने की समस्या और बढ़ सकती है। ऐसे में तला-भुना, फास्ट फूड, और प्रोसेस्ड फूड से दूर रहना चाहिए। साथ ही, अधिक मीठा खाने से रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है, जिससे इंसुलिन रेजिस्टेंस और पीसीओडी की स्थिति खराब हो सकती है।
2. शारीरिक गतिविधि की कमी
व्यायाम की कमी पीसीओडी के लक्षणों को और बढ़ा सकती है। नियमित रूप से व्यायाम न करने से वजन बढ़ सकता है, जो पीसीओडी के लक्षणों को और बिगाड़ता है।
3. तनाव बढ़ाना
तनाव पीसीओडी में एक बड़ी भूमिका निभाता है। तनाव से कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जो मासिक धर्म को अनियमित कर सकता है और पीसीओडी के लक्षणों को बढ़ा सकता है।
4. अधिक कैलोरी सेवन
वजन बढ़ाना पीसीओडी में एक आम समस्या है। अधिक कैलोरी खाने से शरीर में वसा जमा हो सकती है, जो वजन को और बढ़ाती है और हार्मोनल असंतुलन को बढ़ावा देती है।
5. नींद की कमी
अच्छी नींद का न मिलना भी पीसीओडी के लक्षणों को बढ़ा सकता है। खराब नींद से हार्मोनल असंतुलन बढ़ता है और शरीर में तनाव का स्तर भी बढ़ता है।
6. मेडिकल उपचार में लापरवाही
पीसीओडी का इलाज मेडिकल मार्गदर्शन के बिना करना या उपचार में लापरवाही रखना समस्या को और बढ़ा सकता है। यह खासकर हार्मोनल असंतुलन, मासिक धर्म की समस्याएं, और अन्य संबंधित समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
7. बहुत अधिक वजन घटाने की कोशिश करना
वजन कम करने के लिए अत्यधिक डाइटिंग और कड़ी एक्सरसाइज करना पीसीओडी में नुकसानदेह हो सकता है। इससे शरीर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और हार्मोनल असंतुलन हो सकता है।
8. एल्कोहल और धूम्रपान से बचना
धूम्रपान और अत्यधिक शराब पीने से पीसीओडी के लक्षण और भी बिगड़ सकते हैं। यह शरीर के हार्मोनल सिस्टम को प्रभावित करता है और इसके कारण अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।