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Breastfeeding Tips: बच्चे के जन्म के बाद, मां के लिए सबसे महत्वपूर्ण और विशेष कार्यों में से एक है ब्रेस्टफीडिंग। यह न केवल बच्चे के लिए आवश्यक पोषण प्रदान करता है, बल्कि मां-बच्चे के रिश्ते को भी मजबूत करता है। हालांकि, ब्रेस्टफीडिंग के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है, ताकि यह प्रक्रिया दोनों के लिए सुखद और स्वास्थ्यवर्धक हो। यहां हम कुछ महत्वपूर्ण ब्रेस्टफीडिंग टिप्स के बारे में जानेंगे, जो इस प्रक्रिया को आसान और बेहतर बना सकते हैं।
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान क्या ध्यान रखें?
1. सही स्थिति में स्तनपान कराना (Correct Positioning)
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान बच्चे की सही स्थिति बहुत महत्वपूर्ण है। बच्चे को सही तरीके से पकड़ने से न केवल उसे दूध पीने में आसानी होती है, बल्कि मां के लिए भी यह कम थकाऊ और आरामदायक होता है। बच्चे को अपने शरीर के सामने लेकर उसके सिर को स्तन से सटाकर रखने की कोशिश करें। बच्चे का मुँह पूरी तरह से निप्पल और एरियोल (स्तन का काला भाग) को ढकता हुआ होना चाहिए। यदि बच्चा सही स्थिति में नहीं है, तो उसे फिर से सही तरीके से रखें।
2. धैर्य और आराम रखें (Patience and Comfort)
ब्रेस्टफीडिंग की शुरुआत में कुछ समय लग सकता है, और शुरुआती दिनों में मां को थोड़ी कठिनाई हो सकती है। इस दौरान धैर्य बनाए रखना बेहद जरूरी है। आरामदायक स्थान पर बैठकर या लेटकर स्तनपान कराना चाहिए, ताकि आप और बच्चा दोनों को आराम मिले। इसे एक सामान्य प्रक्रिया के रूप में लें, जिससे आप दोनों का अनुभव अच्छा हो।
3. कंप्लीट फीडिंग (Complete Feeding)
बच्चे को पूरा और पर्याप्त दूध मिलना चाहिए। यह सुनिश्चित करें कि बच्चा स्तन को पूरी तरह से चूस रहा है और दूध पीने के बाद संतुष्ट हो रहा है। शुरुआत में बच्चा जल्दी थक सकता है, लेकिन जैसे-जैसे उसका पाचन तंत्र मजबूत होगा, वह लंबे समय तक स्तनपान कर सकेगा। बच्चे को एक स्तन से पूरी तरह दूध पीने दें और फिर दूसरे स्तन का इस्तेमाल करें।
4. निप्पल के देखभाल (Nipple Care)
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान निप्पल में जलन या दरारें होना आम है, खासकर शुरुआत में। इसलिए निप्पल की उचित देखभाल करना जरूरी है। निप्पल को हमेशा साफ और सूखा रखें। ब्रेस्टफीडिंग के बाद निप्पल को हल्के से सुखाकर प्राकृतिक तेल या निप्पल क्रीम का इस्तेमाल करें, ताकि जलन से राहत मिले। अगर निप्पल में ज्यादा दर्द हो रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लें।
5. कभी-कभी पानी देना (Occasional Water)
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान, पानी देना भी महत्वपूर्ण है, खासकर यदि मां को काफी प्यास लगती हो। हालांकि, ब्रेस्टमिल्क खुद में पर्याप्त पानी की मात्रा रखता है, लेकिन यदि मां को जरूरत महसूस हो तो वह पानी पी सकती है। खासकर गर्मी के मौसम में, पानी की अधिक आवश्यकता हो सकती है। मां को हाइड्रेटेड रहना बहुत जरूरी है, ताकि दूध उत्पादन में कोई कमी न हो।
6. कैलोरी और पोषण का ध्यान रखें (Calorie and Nutrition)
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान, मां को अधिक कैलोरी और पोषण की आवश्यकता होती है। बच्चे के दूध के उत्पादन के लिए शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा की आवश्यकता होती है, इसलिए अच्छा और पौष्टिक आहार लेना जरूरी है। फल, सब्जियां, प्रोटीन, और साबुत अनाज को अपने आहार में शामिल करें। इसके अलावा, गहरे हरे पत्तेदार साग, दालें, और कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थ भी जरूरी हैं।
7. ब्रेस्टफीडिंग को शेड्यूल करें (Schedule Breastfeeding)
आपके बच्चे को हर 2 से 3 घंटे के अंतराल में दूध की आवश्यकता होती है। इसका मतलब यह नहीं है कि आप घंटों तक बच्चा भूखा छोड़ दें, बल्कि शेड्यूल को ध्यान में रखते हुए बच्चे को दूध पिलाएं। जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है, उसका दूध पीने का समय बढ़ता है, लेकिन शुरुआती दिनों में नियमित अंतराल पर ब्रेस्टफीडिंग जरूरी होती है।
8. स्तनपान के दौरान तनाव से बचें (Avoid Stress During Breastfeeding)
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान तनाव से बचना महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे दूध उत्पादन में कमी हो सकती है। अगर आप तनाव में महसूस करती हैं, तो गहरी सांसें लें और आराम करें। ब्रेस्टफीडिंग के समय को अपनी और बच्चे की रिलैक्सेशन के लिए इस्तेमाल करें। अगर कोई बाहरी तनाव है, तो उसे किसी से साझा करें या शांति से दूर करने की कोशिश करें।
9. अच्छी नींद लें (Get Good Sleep)
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान मां के लिए पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी है। जब आप आराम करेंगी और नींद पूरी होगी, तो आपका शरीर दूध उत्पादन के लिए अधिक सक्षम रहेगा। इसलिए, हर समय बच्चे के साथ जागने के बाद थोड़ा आराम करना और अपनी नींद का ख्याल रखना जरूरी है। यदि संभव हो, तो दिन में भी बच्चे के साथ आराम करें।
10. दूसरी मदद लें (Get Support)
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान अगर कोई समस्या महसूस होती है, तो अपने साथी, परिवार के अन्य सदस्य या एक अनुभवी काउंसलर से मदद लें। खासकर शुरुआती दिनों में जब आप थोड़ी थकावट महसूस करती हैं, तो किसी की मदद से इस प्रक्रिया को आसान और सुखद बनाएं।