Why do women face problems of uterine cancer: महिलाओं को क्यों होती है बच्चेदानी में कैंसर की समस्या इस विषय पर कई टिप्पणियां होती हैं, महिलाओं में प्रजनन अंगों में कई तरह के कैंसर होते हैं गर्भाशय का कैंसर उन्हीं में से एक है जब गर्भाशय की आंतरिक परत में मौजूद कोशिकाओं में अनुवांशिक बदलाव आता है तो वे असामान्य रूप से विभाजित और विकसित होने लगता है कोशिकाओं के असामान्य रूप से विभाजित होने और बढ़ने के कारण गर्भाशय मैं ट्यूमर बनने लगता है या ट्यूमर आगे जाकर कैंसर में बदल जाता है लोग अक्सर गर्भाशय की कैंसर गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर को एक समझ लेते हैं, हालांकि दोनों अलग-अलग हैं दोनों में भिन्नता है आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि आखिर महिलाओं में बच्चेदानी में कैंसर की समस्या क्यों होती है।
महिलाओं को क्यों होती है बच्चेदानी में कैंसर की समस्या
कारण
जब एंडोमेट्रिया की कोशिकाओं में अनुवांशिक परिवर्तन होता है तो भी कोशिकाएं असामान्य हो जाती है और असामान्य होने के बाद ही कोशिकाएं तेजी से बढ़ने लगती जैसे ट्यूमर का निर्माण होता है यह ट्यूमर एक समय के बाद कैंसर में बदल जाता है अब खास बात यह है की कोशिकाओं में यह अनुवांशिक परिवर्तन क्यों होता है इसके कारण की पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ने पर गर्भाशय कैंसर यानी बच्चेदानी में कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। कुछ हानिकारक है जिनकी वजह से यह प्रॉब्लम होती है 60 से 70 उम्र से अधिक का होना जिन्हें मेनोपॉज हो चुका हो पीरियड जल्द शुरू जाना, कभी प्रेगनेंसी ना हो जाना हार्मोनल परिवर्तन अन्य कई कारण है जो गर्भाशय में कैंसर को जन्म देते हैं।
लक्षण
योनि से असामान्य रक्त स्त्रावी एक्सपोर्टिंग होना, मेनोपॉज के बाद योनि से सफेद पानी आना, मासिक धर्म के बीच रक्तस्राव होना पीरियड का सामान्य से अधिक समय तक जारी रहना, योनि से अत्यधिक रक्त स्राव होना लंबे समय तक रक्तस्राव होना, हालांकि यह लक्षण दूसरी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण भी हो सकते हैं इसलिए यह आवश्यक है कि आप खुद इन लक्षणों को अनुभव करते हुए जल्द से जल्द किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह ले।