why joint pain increases in women in winter? जोड़ों का दर्द एक आम समस्या है, खासकर महिलाओं में और सर्दियों के दौरान यह और भी बढ़ जाता है। ठंड का मौसम गठिया और जोड़ों की अकड़न जैसी स्थितियों को बढ़ा सकता है, जिससे दैनिक गतिविधियाँ चुनौतीपूर्ण हो जाती हैं। कारणों और निवारक उपायों को समझने से महिलाओं को इन मौसमी असुविधाओं को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में मदद मिल सकती है। आइये इस आर्टिकल में सर्दियों के दौरान महिलाओं में जोड़ों के दर्द में वृद्धि के पीछे के कारणों की पड़ताल करते हैं और लक्षणों को कम करने के लिए उपयोगी सुझाव जानते हैं।
जानिए क्यों सर्दियों में महिलाओं में बढ़ जाता है जोड़ों का दर्द ?
1. तापमान में गिरावट की भूमिका
ठंडे तापमान के कारण रक्त वाहिकाएँ सिकुड़ जाती हैं, जिससे जोड़ों और मांसपेशियों में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है। इससे अकड़न और बेचैनी हो सकती है। महिलाएँ, खासकर गठिया जैसी स्थितियों वाली महिलाएँ, इन प्रभावों से अधिक प्रभावित होती हैं क्योंकि कम तापमान में जोड़ कम लचीले हो जाते हैं।
2. गठिया के लक्षणों पर प्रभाव
गठिया, विशेष रूप से ऑस्टियोआर्थराइटिस और रुमेटीइड गठिया, मौसम के बदलावों के प्रति अत्यधिक संवेदनशील है। गठिया से पीड़ित महिलाओं को सर्दियों के दौरान तंत्रिका अंत की संवेदनशीलता बढ़ने और जोड़ों में चिकनाई कम होने के कारण जोड़ों की सूजन और दर्द का अनुभव हो सकता है।
3. शारीरिक गतिविधि में कमी
सर्दियों में अक्सर बाहरी गतिविधियाँ हतोत्साहित होती हैं, जिससे गतिशीलता कम हो जाती है। व्यायाम की कमी के कारण जोड़ कठोर और कमज़ोर हो जाते हैं। यह निष्क्रियता महिलाओं के लिए विशेष रूप से समस्याग्रस्त हो सकती है, क्योंकि वे ऑस्टियोपोरोसिस और संयुक्त विकृति जैसी स्थितियों के प्रति अधिक संवेदनशील होती हैं।
4. हार्मोनल प्रभाव
महिलाओं में हार्मोनल उतार-चढ़ाव, जैसे कि मेनोपॉज के दौरान, जोड़ों के दर्द के प्रति उनकी संवेदनशीलता को बढ़ा सकते हैं। ठंड का मौसम इस समस्या को और बढ़ा देता है, क्योंकि इससे शरीर की दर्द धारणा और सूजन को नियंत्रित करने की क्षमता में असंतुलन हो सकता है।
5. बैरोमीटर के दबाव की संवेदनशीलता में वृद्धि
सर्दियों के दौरान बैरोमीटर के दबाव में परिवर्तन जोड़ों के दर्द को प्रभावित कर सकता है। कई महिलाएं कम दबाव वाली प्रणालियों के दौरान बढ़ी हुई असुविधा की रिपोर्ट करती हैं, जिससे जोड़ों में थोड़ी सूजन आ जाती है, जिससे कठोरता और कोमलता बढ़ जाती है।
6. हाथ-पैरों में खराब रक्त संचार
सर्दियों के दौरान महिलाओं के हाथों और पैरों में खराब रक्त संचार की संभावना अधिक होती है। ठंडे तापमान इसे बढ़ा सकते हैं, जिससे इन क्षेत्रों में जोड़ विशेष रूप से कठोर और दर्दनाक हो सकते हैं। असुविधा को कम करने के लिए हाथ-पैरों को गर्म रखना बहुत ज़रूरी है।
7. सर्दियों में जोड़ों के दर्द को प्रबंधित करने के लिए सुझाव
- सक्रिय रहें: जोड़ों के लचीलेपन को बनाए रखने के लिए योग या स्ट्रेचिंग जैसे इनडोर व्यायाम करें।
- गर्म कपड़े पहनें: जोड़ों को गर्म रखने के लिए थर्मल कपड़ों का इस्तेमाल करें।
- हाइड्रेशन: डिहाइड्रेशन को रोकने के लिए खूब पानी पिएं, क्योंकि डिहाइड्रेशन से जोड़ों की अकड़न और भी बढ़ सकती है।
- आहार: ओमेगा-3 से भरपूर मछली, नट्स और हरी सब्ज़ियों जैसे सूजन-रोधी खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
- डॉक्टर से सलाह लें: लगातार दर्द या अंतर्निहित स्थितियों के लिए चिकित्सकीय सलाह लें।