/hindi/media/media_files/5JH0uy8ym5FgqfFEmF8g.png)
File Image
Women Must Follow These Steps To Prevent Thyroid Imbalance: थायराइड ग्लैंड शरीर में हार्मोन संतुलन बनाए रखने में मदद करती है। यह ग्लैंड यानी ग्रंथी मेटाबॉलिज्म बेहतर बनाने और वजन, मूड, एनर्जी और हार्मोनल संतुलन पर असर डालती है। थायराइड असंतुलन ज्यादातर महिलाओं में होता है जो कि एक आम समस्या बनती जा रही है और यह समस्या वजन बढ़ने, बालों के झड़ने, मूड स्विंग्स और अनियमित पीरियड्स जैसी समस्याओं का कारण बन सकती है। लेकिन सही खानपान और जीवन में बदलाव और नियमित देखभाल से इसको रोका जा सकता है। इसके लिए महिलाएं अपनी डाइट और जीवनशैली में कुछ खास बदलाव कर सकती हैं जिससे थायराइड से जुड़ी समस्याओं में राहत मिल सकती है और बचाव भी होता है। आज हम आपको बताएंगे कि थायराइड असंतुलन के बचाव में आप किन उपायों को अपना सकती हैं।
थायराइड असंतुलन से बचाव
सेलेनियम युक्त भोजन का सेवन करें
सेलेनियम एक जरूरी मिनरल है जो थायराइड ग्लैंड के फंक्शन में बेहद मददगार साबित होता है। यह एंटीऑक्सीडेंट के जैसे काम करता है जो कि थायराइड हार्मोन का भी संतुलन बनाती है और इससे होने वाली सूजन को कम करने में मदद करता है। इसके साथ ही सेलेनियम शरीर में हाइपोथायरायडिज्म के जोखिम को भी कम करता है।सेलेनियम आपको प्राकृतिक खाद्य पदार्थों और फलों से प्राप्त हो सकता है। इसके लिए आप सूरजमुखी के बीज, साबुत अनाज, मशरूम, अंडे, सी फूड और बीन्स शामिल कर सकती हैं। इनका संतुलित मात्रा में सेवन करने से आपका थायराइड हेल्दी और शरीर में हार्मोन का स्तर संतुलित रहता है।
संतुलित मात्रा में आयोडीन लें
आयोडीन थायराइड संतुलन में एक अहम भूमिका निभाता है। शरीर में आयोडीन की कमी से हाइपोथायरायडिज्म हो सकता है जो वजन बढ़ना और अन्य कई समस्याओं का कारण होता है। हालांकि ज्यादा आयोडीन का सेवन भी थायराइड ग्लैंड को नुकसान पहुंचता है इसलिए संतुलित मात्रा में आयोडीन लेना बेहद जरूरी है। और इसका बेहतरीन स्रोत होता है नमक! इसलिए खाने में एक संतुलित मात्रा में नमक का इस्तेमाल आप कर सकती हैं। आहार में खासकर गर्भवती महिलाओं को आयोडीन युक्त आहार का सेवन अवश्य करना चाहिए।
प्रोसेस्ड फूड सीमित सेवन
प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड्स में ज्यादा मात्रा में प्रिज़र्वेटिव्स, ट्रांस फैट, और रिफाइंड शुगर होती है जो शरीर में सूजन को बढ़ाते हैं और साथ ही इनके अधिक सेवन से थायराइड ग्लैंड में शरीर में टॉक्सिन्स जमा होते हैं। अगर आप थायराइड की समस्या से बचना चाहती हैं तो फास्ट फूड, क्विक स्नैक्स, सॉफ्ट ड्रिंक्स और पैकेज्ड खाने का सेवन कम करें या बिल्कुल करने से बचें। इसकी जगह आप ताजे फल, हरि सब्जियों, साबुत अनाज और प्राकृतिक खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।
तनाव से बचें
तनाव, थायराइड असंतुलन में एक बड़ी भूमिका निभाता है। जब शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल का स्तर बढ़ता है तो थायराइड ग्लैंड पर भी बहुत ज्यादा दबाव पड़ता है। लंबे समय तक तनाव में रहने से हाइपोथायरायडिज्म या हाइपरथायरायडिज्म जैसी समस्याएं महिलाओं में हो सकती हैं। तनाव को कम करने के लिए आप मेडिटेशन, योग, ब्रीदिंग एक्सरसाइज और ऐसे कामों को समय दे सकती हैं जो आपको खुशी देते हैं। इसके अलावा पर्याप्त नींद अवश्य लें और डिजिटल डिटॉक्स को अपनाएं ताकि दिमाग शांत और तनावमुक्त रहे।
नियमित रूप से व्यायाम करें
व्यायाम शरीर के हार्मोनल संतुलन को बनाए रखने मेटाबॉलिज्म को दुरुस्त करने में सहायक है। नियमित एक्सरसाइज करने से थायराइड ग्रंथि को अच्छे से अपना काम करने में मदद मिलती है और वजन भी नियंत्रण में रहता है। रोजाना हल्की कार्डियो एक्सरसाइज, योग, स्ट्रेचिंग और वॉकिंग आप कर सकती हैं जो कि थायराइड को संतुलित बनाए रखने में मदद कर सकती हैं। हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित महिलाओं को ऐसे वर्कआउट करने से शरीर की ऊर्जा बढ़ती है और और थकान कम होती है।