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Sex and Protection How to Prevent Sexually Transmitted Diseases: मानव जीवन में यौन स्वास्थ्य का विशेष महत्व है। सुरक्षित यौन संबंध न केवल हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखते हैं बल्कि मानसिक और सामाजिक संतुलन में भी योगदान देते हैं। यदि यौन संबंधों में सावधानी नहीं बरती जाए तो गुप्त रोगों जैसे गोनोरिया क्लैमाइडिया आदि का खतरा बढ़ जाता है। इस निबंध में हम जानेंगे कि कैसे हम खुद को और अपने साथी को इन रोगों से सुरक्षित रख सकते हैं।
सेक्स और गुप्त रोगों से बचाव कैसे करें
1. कंडोम का प्रयोग अनिवार्य है
सुरक्षित यौन संबंध का सबसे सरल और प्रभावशाली तरीका है कंडोम का प्रयोग। चाहे संबंध किसी भी प्रकार का हो योनि मुख या गुदा कंडोम संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करता है। कंडोम से हेपेटाइटिस सिफिलिस और अन्य गुप्त रोगों के फैलने की संभावना काफी कम हो जाती है। कंडोम सस्ता आसानी से उपलब्ध और उपयोग में सरल होता है इसलिए यौन संबंध बनाते समय इसका इस्तेमाल अवश्य करना चाहिए।
2. नियमित स्वास्थ्य जांच करवाना जरूरी है
यदि कोई व्यक्ति यौन रूप से सक्रिय है विशेष रूप से यदि उसके एक से अधिक यौन साथी हैं तो उसे समय समय पर एस टी डी की जांच अवश्य करवानी चाहिए। कई बार गुप्त रोगों के लक्षण तुरंत सामने नहीं आते लेकिन शरीर में संक्रमण फैलता रहता है। ऐसे में नियमित जाँच से रोग की समय रहते पहचान हो जाती है और इलाज भी संभव हो जाता है।
3. एकनिष्ठता और ईमानदारी से संबंध निभाएं
यदि दो साथी आपसी सहमति से एक दूसरे के प्रति वफादार रहते हैं और कोई तीसरा यौन संबंध नहीं होता तो गुप्त रोगों की संभावना बहुत हद तक कम हो जाती है। एकनिष्ठता और पारदर्शिता ही स्वस्थ यौन जीवन की कुंजी हैं। यदि किसी को कोई संक्रमण है तो बिना शर्माए अपने साथी को इसकी जानकारी देना जरूरी होता है।
4. टीकाकरण भी है सुरक्षा का माध्यम
कुछ यौन संक्रमणों से बचने के लिए टीके भी उपलब्ध हैं। जैसे ह्यूमन पैपिलोमा वायरस और हेपेटाइटिस बी के लिए वैक्सीनेशन युवावस्था में ही करवाया जा सकता है। ये टीके शरीर को रोगों के प्रति प्रतिरक्षा प्रदान करते हैं और आगे चलकर संक्रमण की संभावना को कम करते हैं। यौन शिक्षा और टीकाकरण दोनों ही युवाओं में जागरूकता फैलाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
5. जागरूकता और सही जानकारी ही सबसे बड़ा बचाव है
यौन संबंधों को लेकर हमारे समाज में अभी भी खुलकर बात नहीं की जाती जिससे गलत धारणाएं और जानकारी का अभाव रहता है। जरूरी है कि युवा वर्ग को सही समय पर यौन शिक्षा दी जाए और उन्हें यह समझाया जाए कि यौन स्वास्थ्य भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना बाकी शरीर का। सही जानकारी से न केवल व्यक्ति खुद सुरक्षित रहता है बल्कि समाज में गुप्त रोगों का प्रसार भी कम होता है।