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Reason Of Never feeling pleasure after sex: सेक्स न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक संतोष से भी जुड़ा होता है। कई लोग इस अनुभव को बेहद आनंददायक मानते हैं, लेकिन कुछ लोग इसे पूरी तरह एन्जॉय नहीं कर पाते। इसके पीछे शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक कारण होते हैं। कई बार तनाव, हार्मोनल असंतुलन, रिलेशनशिप से जुड़ी समस्याएँ या गलत धारणाएँ इस समस्या को जन्म देती हैं। अगर आपको भी सेक्स के दौरान प्लेज़र महसूस नहीं होता, तो इसके पीछे छिपी वजहों को समझना और सही समाधान अपनाना ज़रूरी है।
Orgasm & Pleasure: आपको कभी भी सेक्स में प्लेज़र फील नहीं होता? वजह जानिए
शारीरिक कारण
सेक्स में आनंद न मिलने के पीछे कई शारीरिक कारण हो सकते हैं। हार्मोनल असंतुलन सबसे आम कारणों में से एक है। एस्ट्रोजन, टेस्टोस्टेरोन और डोपामाइन जैसे हार्मोन हमारी सेक्सुअल लाइफ को सीधे प्रभावित करते हैं। अगर इनका स्तर असामान्य होता है, तो लिबिडो और प्लेजर दोनों कम हो सकते हैं। महिलाओं में वजाइनल ड्राइनेस, पीसीओडी, एंडोमेट्रियोसिस या अन्य गाइनाकोलॉजिकल समस्याएँ सेक्स को दर्दनाक बना सकती हैं, जिससे वे इस प्रक्रिया में आनंद नहीं ले पातीं।
पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन, प्रीमैच्योर इजैकुलेशन या लो टेस्टोस्टेरोन सेक्स में रुचि और संतोष को कम कर सकते हैं। इसके अलावा, ब्लड सर्कुलेशन की समस्या, हृदय रोग, डायबिटीज और थायरॉइड से जुड़ी समस्याएँ भी सेक्सुअल प्लेजर को प्रभावित कर सकती हैं। कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट्स भी सेक्सुअल डिजायर को कम कर सकते हैं। अगर कोई व्यक्ति अत्यधिक धूम्रपान या शराब का सेवन करता है, तो यह उसकी सेक्सुअल हेल्थ पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
मानसिक और भावनात्मक कारण
सेक्स में आनंद की अनुभूति सीधे मानसिक स्थिति पर भी निर्भर करती है। तनाव, चिंता और डिप्रेशन जैसी मानसिक स्थितियाँ सेक्स के प्रति रुचि को कम कर सकती हैं। जब दिमाग पहले से ही कई तरह की चिंताओं में घिरा हो, तो व्यक्ति सेक्स का पूरा आनंद नहीं ले पाता। किसी तरह का पुराना ट्रॉमा, बचपन में हुए नकारात्मक अनुभव या पिछले रिश्तों में मिले धोखे का असर भी व्यक्ति के सेक्सुअल प्लेजर पर पड़ सकता है।
अगर किसी व्यक्ति के मन में सेक्स को लेकर कोई नकारात्मक धारणा बनी हुई है, तो यह भी प्लेजर में बाधा बन सकती है। कई बार लोग समाज के डर से खुलकर अपनी इच्छाओं को जाहिर नहीं कर पाते, जिससे वे अपने सेक्सुअल प्लेज़र को पूरी तरह महसूस नहीं कर पाते। अगर कोई व्यक्ति खुद को अपने शरीर को लेकर असहज महसूस करता है या आत्मसम्मान की कमी महसूस करता है, तो यह भी सेक्स में रुचि को कम कर सकता है।
रिलेशनशिप से जुड़ी समस्याएँ
अगर किसी रिश्ते में बातचीत की कमी है, तो इसका सीधा असर सेक्स लाइफ पर पड़ता है। अगर पार्टनर के साथ भावनात्मक जुड़ाव कमजोर है, तो सेक्स केवल एक औपचारिकता बन सकता है और इसमें प्लेजर की अनुभूति नहीं हो पाती। कई बार एक पार्टनर की अपेक्षाएँ दूसरे से अलग होती हैं, जिससे असंतोष पैदा होता है।
रिश्ते में विश्वास और आपसी समझ बहुत जरूरी है। अगर किसी व्यक्ति को यह महसूस होता है कि उसका पार्टनर उसकी भावनाओं को नहीं समझता या उसकी इच्छाओं का सम्मान नहीं करता, तो वह सेक्स के प्रति उदासीन हो सकता है। अगर किसी रिश्ते में झगड़े, गलतफहमियाँ या किसी भी तरह की असहमति बनी हुई है, तो यह भी सेक्सुअल लाइफ को प्रभावित कर सकता है।