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What Is Yeast Infection And How To Prevent It ? महिलाओं की इंटीमेट हेल्थ आज भी ऐसा विषय है जिस पर बात करने से लोग कतराते हैं। लेकिन असल में शरीर के इस हिस्से की देखभाल उतनी ही ज़रूरी है जितनी बाकी शरीर की या यूं कहें कि बाकि हिस्सों से भी कहीं ज्यादा! क्योंकि अगर शरीर के इंटरनल बैलेंस में थोड़ी सी भी गड़बड़ी होती है तो कई बार महिलाओं को कई तरह के संक्रमणों और बीमारियों का सामना करना पड़ जाता है और इन्हीं में से एक है यीस्ट इन्फेक्शन। यह संक्रमण यूं तो महिलाओं में बेहद आम है लेकिन अगर समय रहते इलाज न हो पाए तो इससे काफी परेशानी बढ़ सकती है। इसलिए ज़रूरी है कि हम इस संक्रमण को समझें, इसके सिग्नल को पहचानें और खुद को इसके खतरे से बचाएं। जानिए कि yeast infection आखिर है क्या और इससे कैसे बचा जा सकता है?
क्या होता है यीस्ट इंफेक्शन?
यीस्ट इन्फेक्शन एक तरह का फंगल इन्फेक्शन होता है जो ज्यादातर महिलाओं को परेशान करता है और यह खासकर वजाइना के आसपास ही होता है। यह इन्फेक्शन Candida albicans नाम के फंगस के बहुत ज्यादा बढ़ जाने से होता है। कैंडिडा एल्बीकेंस शरीर में सामान्य तौर पर पाया जाने वाला एक फंगस है लेकिन इसकी मात्रा ज्यादा होने पर यह एक इन्फेक्शन का रूप ले लेता है। कैंडिडा एल्बीकेंस का बैलेंस बिगड़ने के कई कारण होते हैं जैसे कि एंटीबायोटिक्स का ज्यादा सेवन करना, इम्यूनिटी का कमजोर होना या हॉर्मोनल बदलाव। इसके होने पर वजाइना में खुजली, जलन, असामान्य डिस्चार्ज और टॉयलेट के दौरान जलन महसूस होती है और यह संक्रमण विश्वभर में ज्यादातर महिलाओं को प्रभावित करता है। केवल भारत में ही लाखों महिलाएं यीस्ट इन्फेक्शन से संक्रमित होती हैं और अवेयरनेस की कमी के चलते इसे नजरअंदाज कर देती हैं। लेकिन समय पर इलाज न किया जाने पर यह इंफेक्शन बार-बार हो सकता है और आपकी डेली लाइफ पर असर भी डाल सकता है।
यीस्ट इंफेक्शन से बचाव
अत्यधिक एंटीबायोटिक्स लेने से बचें
एंटीबायोटिक्स शरीर में अच्छे और बुरे दोनों प्रकार के बैक्टीरिया को खत्म कर देती हैं। जबकि अच्छे बैक्टीरिया यीस्ट को कंट्रोल करने में मदद करते हैं लेकिन अगर यह खत्म हो जाएं तो फंगस के विकास में तेजी हो सकती है। इसलिए डॉक्टर की सलाह के बिना बार-बार एंटीबायोटिक्स महिलाओं को नहीं लेनी चाहिए और अगर कभी लेना भी पड़े तो उसके साथ प्रोबायोटिक लेकर आप इसे बैलेंस कर सकती हैं।
कॉटन अंडरवियर पहनें
कॉटन अंडरवियर वजाइनल एरिया क्षेत्र में नमी नहीं होने देता क्योंकि यह हवा को पास होने में मदद करता है और इससे वजाइना में फंगस की ग्रोथ नहीं होती है। वहीं नायलॉन या सिंथेटिक कपड़े की या टाइट अंडरवियर नमी को बनाए रखते हैं और इससे इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए हर दिन अंडरवियर बदलें और अच्छी तरह से सूखा हुआ अंडरवियर ही पहने।
सही दिनचर्या और खानपान
अगर आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है तो भी यीस्ट इन्फेक्शन आसानी से आपके शरीर में फैल सकता है इसलिए आपको एक हेल्दी डाइट, रोजाना व्यायाम करना, अच्छी नींद लेने और बॉडी को हाइड्रेट रखने से आपकी इम्युनिटी भी मजबूत होती है और संक्रमणों से भी बचाव होता है। खाने में ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियां, फल, विटामिन C, जिंक और प्रोबायोटिक्स से भरपूर चीजें शामिल करें, इससे इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद मिलेगी और संक्रमण से लड़ने की ताकत भी शरीर में आयेगी।
ज़रूरत पड़ने पर डॉक्टर से सलाह लें
घरेलू इलाज का सहारा तभी लेना चाहिए जब लक्षण हल्के हों या आपको ज्यादा समय न हो। लेकिन अगर आपको यीस्ट इंफेक्शन बार-बार होता है या इसके गंभीर लक्षण आपको हो रहे हैं तो बिना देर किए डॉक्टर से सलाह लेनी जरूरी हो जाती है क्योंकि ऐसे में डॉक्टर आपकी समस्या को समझकर सही इलाज या टेस्ट की सलाह दे सकते हैं।