Emotional Connection & Intimacy: सेक्स के दौरान भावनात्मक जुड़ाव क्यों ज़रूरी है और इसे कैसे बढ़ाएँ?

सेक्स के दौरान इमोशनल इंटिमेसी का होना एक लग्जरी से कम नहीं होती क्योंकि यह पार्टनर्स को एक दूसरे से शारीरिक, मानसिक और जज़्बाती रूप से जोड़ने का काम करती है जिससे सेक्स के समय आप एक नया अनुभव महसूस करते हैं।

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Kirti Sirohi
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Emotional intimacy

Image: (Freepik)

Why Emotional Intimacy Is Important During Sex And How To Increase It: सेक्स केवल एक फिजिकल एक्ट नहीं है और न ही सेक्स केवल इसलिए होना चाहिए कि यह आपकी जरूरत है क्योंकि सेक्स एक ऐसा एक्सपीरियंस है जो दो लोगों को सिर्फ शरीर ही नहीं बल्कि आत्मा से भी जोड़ता है। लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि जब आप अपने पार्टनर के साथ शारीरिक रूप से करीब होते हैं तो क्या आप उनके साथ भावनात्मक रूप से जुड़ पाते हैं या नहीं? क्या आप सेक्स को केवल एक जिम्मेदारी या शरीर और मन की संतुष्टि के लिए करते हैं या इसके जरिए अपने पार्टनर से सोल कनेक्शन भी बना पाते हैं? क्योंकि शारीरिक संबंध बनाने के साथ आपको भावनात्मक संबंध भी अपने साथी के साथ बनाने जरूरी होते हैं। इसके लिए सबसे पहले जानिए कि आखिर इमोशनल इंटिमेसी होती क्या है!

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इमोशनल इंटिमेसी यानी भावनात्मक मित्रता आपको अपने पार्टनर के साथ बिना किसी डर, जजमेंट, झिझक या इनसिक्योरिटी के जैसे आप हैं वैसे बने रहने के लिए मोटिवेट करती है। इसमें आप एक-दूसरे को जज नहीं करते हैं बल्कि समझते हैं और साथी को स्वीकारते हैं और इमोशनल इंटिमेसी भरोसे और गहराई की वो स्टेज है जो रिश्तों को बैलेंस बनाती है। जब यह इमोशनल इंटिमेसी रिश्तों का हिस्सा बनती है तो दो लोगों के लिए सेक्स केवल एक काम नहीं रह जाता पर एक गहरा, रोमांचक और खूबसूरत अनुभव बनता है।

सेक्स के दौरान भावनात्मक जुड़ाव क्यों ज़रूरी है?

सेटिस्फेक्शन बढ़ता है

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जब आप अपने पार्टनर के साथ इमोशनल बॉन्ड को मजबूत कर लेते हैं तो सेक्स के दौरान आप ज्यादा साथी को ज्यादा अच्छे से महसूस कर पाते हैं और तब आपका सेटिस्फेक्शन बस ऑर्गैज़्म तक नहीं रहता बल्कि एक इंटरनल कनेक्शन और शांति भी आप महसूस करते हैं जो लंबे समय तक आपको सेटिस्फेक्शन देती है। 

भरोसा और आत्मविश्वास बढ़ता है

जब आप अपने पार्टनर के साथ इमोशनल कनेक्शन बनाते हैं तो आपके अंदर एक विश्वास होता है कि आप सच्चे दिल और प्यार के साथ एक्सेप्ट किए गए हैं और जब यह इमोशन सेक्स के के दौरान आपके मन में आता है तो जहां शर्म या असहजता आपके अंदर नहीं रहती जिससे आपको अपने साथी पर भरोसा हो पाता है और आपका आत्मविश्वास भी बढ़ता है।

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पार्टनर के साथ क्लोजनेस बढ़ती है

क्लोजनेस का मतलब सिर्फ ये नहीं कि आप शारीरिक रूप से एक दूसरे के करीब हैं या नहीं बल्किपार्टनर्स में इमोशनल क्लोजनेस का बढ़ना भी जरूरी होता है। इसलिए जब आप अपने पार्टनर के साथ इमोशनली कनेक्ट होते हैं तो इससे हर बार सेक्स के दौरान आप हर बार एक नई इमोशनल एक्सप्लोरशन भी करते हैं। यह आपको एक-दूसरे को समझने, जानने, कमजोरियों, इच्छाओं और भावनाओं को समझकर उन्हें अपनाने का मौका भी देती है और यही क्लोजनेस एक हेल्दी, लॉन्ग-टर्म रिलेशनशिप का कारण भी बनती है। 

स्ट्रेस कम होता है 

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सेक्स के दौरान इमोशनल सिक्योरिटी का होना महिलाओं के लिए खासकर ज़रूरी होता है। क्योंकि अगर आपको पता है कि आपका पार्टनर आपको जज जज किए बिना पूरी तरह एक्सेप्ट करता है तो आप उनके सामने पूरी तरह से खुद को भावों और विचारों के साथ व्यक्त कर पाती हैं और जज्बाती सुरक्षा आपको मानसिक रूप से शांत करती है जिससे आप और आपका शरीर भी कंफर्टेबल रहता है। ऐसे रिश्ते में सेक्स केवल एक्साइटमेंट के लिए नहीं किया जाता बल्कि एक हीलिंग एक्सपीरियंस भी बन जाता है जो मेंटल स्ट्रेस और इमोशनल दबावों को भी कम करने में मदद करता है।

इमोशनल इंटिमेसी कैसे बढ़ाएं

सेक्स से पहले फोरप्ले 

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फोरप्ले के बारे में या तो ज्यादातर लोग ज्यादा जानते नहीं हैं और अगर जानते भी हैं तो वो इसे केवल एक फॉर्मेलिटी की तरह ही समझते हैं लेकिन असल में यह सेक्स का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा हो सकता है क्योंकि फोरप्ले के दौरान आप अपने पार्टनर से सबसे ज्यादा इमोशनली कनेक्ट कर पाते हैं। जब आप धीरे-धीरे अपने पार्टनर की बॉडी को एक्स्प्लोर करते हैं, उसके रिएक्शन को समझते हैं और खुद के भावों और रिएक्शन को भी महसूस करते हैं तब फोरप्ले आपकी एक लव लैंगुएज बन जाता है। एक प्यार भरा टच, धीमा और पैशनेट किस, एक धीमी सांस, सब संकेत होते हैं कि मानसिक रूप से भी आप अपने साथी के और करीब आ रहे हैं। इसलिए फोरप्ले को जल्दबाज़ी में नहीं बल्कि पूरे पैशन और लगाव से किया जाना जरूरी होता है क्योंकि यह एक बेहद खूबसूरत और पावरफुल इन्टिमेसी का रूप ले लेता है।

सेक्स के कम्युनिकेट करें

सेक्स के दौरान आपकी बातें और आपके शब्द बेहद अहम भूमिका निभा सकते हैं इसलिए आपको इस जर्नी के दौरान अपने पार्टनर से लगातार अपने भावों को व्यक्त करते रहना जरूरी होता है। पार्टनर को बताएं कि आप कब अबाउट ज्यादा अच्छा महसूस कर रहे हैं, उनका कौनसा एक्ट आपको सेटिस्फेक्शन दे रहा है और इस समय उनकी सराहना भी जरूर करें। ऐसी बातें सेक्स को इमोशनल लेवल पर बढ़ा देती हैं। इससे न केवल आपको एक अलग एक्सपीरियंस मिलता है बल्कि ऑर्गेज्म भी ज्यादा बेहतर तरीके से महसूस किया जा सकता है। सेक्स के दौरान बोले गए शब्द सेक्सुअल एनर्जी को डबल करने और पार्टनर के साथ आपकी बॉन्डिंग को मजबूत बनाने में बहुत मदद करते हैं।

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आई कॉन्टैक्ट बनाएं

कहते हैं शब्दों से ज्यादा इंसान की आँखें बोलती हैं और एक बेहतर आई कॉन्टैक्ट आपके लिए बेहद जरूरी होता है खासकर सेक्स के दौरान किया जाने वाला आई कॉन्टैक्ट पार्टनर्स के बीच बेहद मजबूत बॉन्ड बनाता है। जब आप सेक्स के दौरान अपने पार्टनर की आंखों में देखती हैं तो आप सिर्फ उसकी इच्छा ही नहीं बल्कि उसका दिल भी पढ़ रही होती हैं और यह आई कॉन्टैक्ट एक न कही जाने वाली इंटिमेसी आप दोनों के बीच पैदा करता है जो आपके रिश्ते को मजबूत बनाती है और आपको सेक्स के दौरान बेहतरीन अनुभव कराती है।

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