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Women Should Know About These Changes After Sex: सेक्स महिलाओं के लिए एक इंटीमेट और शारीरिक अनुभव है और इसके बाद महिलाओं के शरीर में कई ऐसे बदलाव आते हैं जो कभी-कभी जानकारी न होने की वजह से उन्हें परेशान कर सकते हैं। इन बदलावों को समझने से महिलाएं अपने शरीर के बारे में ज़्यादा जान और समझ पाती हैं और अपने पोस्ट-इंटिमेसी अनुभवों को भी बेहतर तरीके से महसूस के सकती हैं क्योंकि यह बदलाव केवल शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक भी होते हैं जो उन्हें कई तरह से फायदे भी देते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि वो क्या बदलाव हैं जो इंटरकोर्स के बाद आपके शरीर में होते हैं और जिन्हें आप महसूस कर सकती हैं।
Sex के बाद बॉडी में होने वाले बदलाव
टेंडर ब्रेस्ट और निपल इरेक्शन
सेक्स के दौरान महिलाओं के शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है और सबसे ज्यादा ब्रेस्ट में रक्त परवाह बढ़ता है, जिससे स्तनों पर हल्की सूजन आ जाती है और सेंसिटिविटी भी बढ़ जाती है। कई महिलाओं को सेक्स के बाद स्तन पहले से ज्यादा सॉफ्ट या भारी महसूस होने लगते हैं। साथ ही लंबे समय तक सेक्स की वजह से निपल्स में भी बाद तक इरेक्शन इरेक्शन रहता है जो ब्लड फ्लो और मसल कॉन्ट्रैक्शन की वजह से होता है।
क्लिटोरिस और वजाइना में सूजन
सेक्स के दौरान और उसके बाद वजाइना और क्लिटोरिस (clitoris) में ब्लड फ्लो के बढ़ने से हल्की सूजन आ सकती है। यह सूजन बिल्कुल नॉर्मल होती है और कुछ घंटों तक रह सकती है। कभी-कभी सूजन के साथ साथ वजाइना में हल्की जलन या भारीपन भी महसूस हो सकता है जो कि सेक्स के दौरान ज्यादा दवाब पड़ने की वजह से होता है।
ल्यूब्रिकेशन (lubrication) का बढ़ना
सेक्स करते समय वजाइना से तरल पदार्थ निकलता है जिसे लुब्रिकेंट कहते हैं। यह लुब्रिकेंट सेक्स की प्रक्रिया को और ज्यादा आसान कर देता है और प्लेजर भी बढ़ता है। यह लुब्रिकेशन वजाइना में सेक्स के कुछ समय बाद तक बनी रहती है जिससे वजाइना में नमी रहती है।
चेहरे और शरीर का लाल होना
सेक्स करते समय हार्ट बिट और ब्लड फ्लो दोनों ही बढ़ जाते हैं जिसकी वजह से कई महिलाओं के चेहरे, गर्दन और ब्रेस्ट पर हल्की रेडनेस आ जाती है। यह सेक्स के वक्त ब्लड वेसल्स के फैलने की वजह से होता है और धीरे-धीरे कुछ समय बाद खत्म हो जाती है। यह प्रभाव आमतौर पर अधिक ऑर्गेज़्म के बाद ज्यादा दिखाई पड़त है।
ऑक्सीटोसिन रिलीज होता है
सेक्स के बाद महिलाओं के शरीर में ऑक्सीटोसिन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। ऑक्सीटोसिन को 'लव हार्मोन' भी कहा जाता है और यह पार्टनर्स के बीच इमोशनल जुड़ाव को बढ़ाने, तनाव कम करने और मन को शांत करने में मदद करता है और इसी वजह से सेक्स के बाद महिलाएं रिलैक्स्ड और अपने पार्टनर के करीब महसूस करती हैं। ऑक्सीटोसिन हार्मोन नींद को बेहतर बनाता है जिससे कई महिलाओं को सेक्स के बाद गहरी नींद भी आ जाती है।
वजाइना का बड़ा होना
सेक्स के दौरान वजाइना की मांसपेशियां फैल जाती हैं, जिसकी वजह से यौनी का आकार अस्थायी रूप से बड़ा लग सकता है क्योंकि वजाइना में इलास्टिसिटी बहुत ज्यादा होती है लेकिन यह केवल कुछ घंटों तक ही रहता है और जल्द ही वजाइना अपने सामान्य आकार में लौट आती है। अगर सेक्स बार-बार किया जाए तो यह बदलाव ज्यादा लंबे समय तक भी बना रह सकता है।
मांसपेशियों में हल्की ऐंठन या थकावट
सेक्स के दौरान शरीर की कई मांसपेशियां एक्टिव हो जाती हैं जिससे सेक्स के बाद शरीर में हल्की ऐंठन या क्रैंप्स भी हो सकते है और महिलाएं थकान भी महसूस करती हैं। यह ऐंठन ज्यादातर पैरों, पीठ और पेट की मसल्स में महसूस होती है लेकिन यह पूरी तरह से नॉर्मल है और आराम करने से ठीक हो जाता है।
स्किन पर ग्लो आता है
यह तो आपने जरूर सुना होगा कि शादी के बाद महिलाओं के चेहरे पर अलग ग्लो आता है। दरअसल सेक्स के बाद शरीर में ब्लड सर्कुलेशन, फ्लो और हार्मोन का स्तर बढ़ने से त्वचा में प्राकृतिक चमक आती है। यह स्किन को ज्यादा हेल्दी और ग्लोइंग बनाता है। इसके अलावा सेक्स के दौरान पसीना आने से स्किन के पोर्स भी खुलते हैं जिसकी वजह से स्किन ज्यादा साफ और फ्रेश दिखती है।
हल्की ब्लीडिंग और स्पॉटिंग
कुछ महिलाओं को सेक्स के बाद हल्की ब्लीडिंग या स्पॉटिंग हो सकती है। सेक्स के दौरान वेजाइनल वॉल में थोड़ी खरोंच आने या सर्वाइकल सेंसिटिविटी बढ़ने और हार्मोनल बदलावों की वजह से होता है। लेकिन अगर आपको यह समस्या बार-बार होती है या बहुत ज्यादा ब्लीडिंग सेक्स के बाद होती है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।