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Photograph: (PINTREST)
Know top 5 female entrepreneurs of India: आज शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र होगा जहाँ महिलाएँ आगे न आई हो। आज की भारतीय नारी सिर्फ घरों तक सीमीत नहीं है बल्कि वो हर फिल्ड में अपनी किस्मत आजमा रही है। आज भारत में न जाने कितनी ही महिला उद्यमी (entrepreneur) है जिन्होने न सिर्फ अपनी मेहनत के दम पर कंपनी खड़ी की बल्कि उसे ऊँचाईयों पर ले गई। बिजनेस की दुनिया में न सिर्फ इन महिलाओं ने अपने सपनो को उड़ान दी बल्कि देश का नाम भी रौशन किया है। ये महिलाए आज किसी भी हाल में पुरूषो से पीछे नहीं है और उनके बराबरी में चल रही है। ऐसे में आइए जानते है भारत की शीर्ष फीमेल आंत्रप्रेन्योर के बारे में जिन्होने अपना साहस दिखाया, अपने संघर्ष और बिजनेस आइडिया के साथ आज सफलता के शिखर छू रही है।
कौन है भारत की टॉप 5 women entrepreneur
1. फाल्गुनी नायर (नायका)
एक ऐसी महिला जिन्होने पचास की उम्र में अपनी नौकरी छोड़ कुछ करने का सोचा और मेकअप और ब्यूटी प्रोड्कट्स के बिक्री में क्रांति ला दी। वर्ष 2012 में उन्होने नायका को एक कंपनी बनाया। हलांकि उनको इसका कोई पुराना अनुभव नहीं था पर उनकी सोच ने इस ई-कॉमर्स प्लोफॉर्म को एक यूनीकॉर्न बनाया और आज ये भारत की शीर्ष ब्यूटी ई-कॉमर्स प्लेटफार्म है।
2.किरण मजूमदार-शॉ, (बायोकॉन)
जेंडर डिस्क्रिमिनेशन का सामना करने वाली किरण मॉजूमदार ने बायोकॉन की शुरुआत 1978 में की। ये कंपनी मात्र ₹10,000 से हुई थ। आज, बायोकॉन दुनिया में सस्ती इंसुलिन और कैंसर की दवाइयों के साथ ऑटोइम्यून बीमारियों जैसी बीमारियों के लिए सस्ती और सुलभ दवाओं का उत्पादन कर रही है। इसने बायोटेक और बायोफार्मास्युटिकल सेक्टर में क्रांति लाई है। साथ ही महिलाओं को इस सेक्टर में आने के लिए प्रेरित किया।
3.वीनिता सिंह (शुगर कॉस्मेटिक्स)
शार्क टैंक में दिखने वाली वीनिता सिंह ने अपने बिजनेस आइडिया के लिए 1 करोड़ की नौकरी ठुकरा कर शुगर कॉस्मेटिक्स की स्थापना की। इस ब्रांड को बनाने का उनका लक्ष्य था घरेलु ब्रांडस को बढ़वा देना था। अब वो शार्क टैंक में एक शार्क के रूप में अन्य आंत्रप्रेन्योर को सलाह दे रही साथ ही महिलाओं को प्रेरित भी कर रही।
4.मंजू धवन (ईकॉम एक्सप्रेस)
जब भारत मेंतेजी से ई-कॉमर्स कंपनी जैसे फिल्पकार्ट, मिंत्रा और एमेजन कंपनी का प्रभाव बढ़ने लगा तब इनहोंने लॉजिस्टिक्स और डिलीवरी चुनौतियों को हल करने का सोचा और 2012 में ईकॉम एक्सप्रेस की लोगो के साथ मिलकर स्थापना की। ये ई-कॉमर्स कंपनी के लिए एक डिलिवरी नेटवर्क बनाता है । जब इस सेक्टर में पुरुषों का दबदबा था तब ये आगे आकर महिलाओं के लिए प्रेरणा बनी।
5. उपासना टाकू, मोबिक्विक
इन्होने एक पुरुष प्रधान सेक्टर फिनटेक में कदम रखा। स्टैनफोर्ड से ग्रेजुएटेड उपासना टाकू ने 2009 में मोबिक्विक लॉन्च किया था , उस समय भारत में ऑनलाइन का बहुत ज्यादा चलन नहीं था। उन्होने अपने कस्टमर्स का दिल जीता और मोबिक्विक अब लाखों उपयोगकर्ताओं के साथ एक पॉपुलर वॉलेट बनाया है। इसने भारत के पारंपरिक रूप से पुरुष-प्रधान उद्योग, फिनटेक में महिलाओं को आगे आने के लिए प्रेरित किया ।