भारत में जहां यौन शिक्षा अभी भी काफी हद तक एक अछूता विषय है, वहीं भारतीय मनोरंजन उद्योग का धीरे-धीरे इस पर खुलकर बात करना और समाज के बने-बनाए नियमों को तोड़ना वाकई सराहनीय है। आइए देखें कैसे फिल्मों में अंतरंगता के चित्रण ने बदलाव का रास्ता अपनाया है।
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