सुधा चावल, चाक, चॉपस्टिक और आटे का उपयोग करके अपने कलात्मक कार्यों के लिए प्रसिद्ध विशेषज्ञ हैं, जो अपने काम से सक्रिय रूप से तमिल संस्कृति को बढ़ावा देती हैं। जाए अधिक इस ब्लॉग में-
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