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स्कूलों में जेंडर डिस्क्रिमिनेशन कोई नई बात नहीं है। छात्रों को उनके लिंग के कारण विभिन्न तरीकों से पीड़ित किया जाता है। पर क्या हमने कभी ध्यान दिया की स्कूल में लड़को को लड़कियों से ज़्यादा कठोर सज़ा मिलती है? ऐसा क्यों होता है पढ़िए इस ओपिनियन पीस में-
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