इक्कीसवीं सदी को इंटरनेट का युग कहने में हमें कोई हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए।ये विज्ञान का एक ऐसा आविष्कार है जिसने हमारी जिंदगी बहुत आसान बना दी है लेकिन साथ ही साथ हमारी प्राइवेसी को भी इंवेड करा है।
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