सुनैना रोशन ने अपना बचपन अपने वज़न से जुड़ी गहरी असुरक्षाओं से जूझते हुए बिताया। समय के साथ ये भावनाएँ और भी मज़बूत होती गईं, जिससे उनका आत्मविश्वास और आत्म-सम्मान प्रभावित हुआ।
इस लेख को साझा करें
यदि आपको यह लेख पसंद आया है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करें।वे आपको बाद में धन्यवाद देंगे