46 वर्षीय वैशाली शडांगुले की प्रेरणादायक यात्रा: इंजीनियरिंग की पढ़ाई से लेकर पेरिस हौट कुट्योर में पहली भारतीय महिला डिज़ाइनर बनने तक, उनके स्थायी और रचनात्मक डिज़ाइन का सफर।
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