अकेले ट्रेवल करने का अवसर मिलना ही अपने आप में एक बहुत अनोखी बात है. कौन चाहता है कब आपका जीवन का अंत आ जाए और आपके अंदर की दुनिया घूमने की इच्छा अधूरी रह जाए.? आप किसका इंतज़ार कर रहे हैं?
जानिए आप क्या-क्या सीख सकती हैं
आप को एक अलग प्रकार की स्वतंत्रता महसूस होगी. आप स्वयं को ढूंढ पाएंगे. आपके पास मुसीबतों का सामना करने का आत्मविश्वास आ जायेगा. ट्रैवल करने से आपका मनोबल भी बढ़ेगा
एक बहुत जरूरी चीज जो आप अकेले ट्रेवल करने से सीखते हैं वह है कैसे अजनबी ऊपर भरोसा किया जाता है. आपको अपनी काबिलियत पर भी भरोसा होना शुरू हो जाता है. उनके प्रति आपके व्यवहार में भी बदलाव आ जाता है.
दुनिया इतनी जोखिम भरी नहीं है जितनी आप समझते हैं. अकेले ट्रेवल करने से आप नकारात्मकता को नजरअंदाज करना सीखते हैं. आपको इस बात का भी आभास होता है कि आस-पास अच्छे लोग मौजूद हैं.
आप एक बेहतर मनुष्य बन पाते हैं क्योंकि आप भिन्न-भिन्न विचारों को अपनाने लगते हैं. हो सकता है सड़क पर मिले किसी मनुष्य से आप बात करने लगे इसकी कहानी आपके जीवन की कहानी से मिलती-जुलती हो.
ट्रेवलिंग से आपके अंदर बदलाव तभी आएगा यदि आप अपने अंदर बदलाव महसूस करने के लिए तैयार हूं. अकेले ट्रैवल करते हुए केवल आपके विचार और आपके अनुभव आपका साथ देते हैं.
करने से आप सदा अपनी जड़ों से जुड़े रहते हैं क्योंकि आप को इस बात का आभास होता है कि दुनिया कितनी बड़ी है और आपकी उलझने कितनी छोटी. घर वापस आ कर आप वह इंसान नहीं रहते जो आप पहले थे. दुनिया घूमने से आपको एक प्रकार का परिप्रेक्ष्य मिलता है जो आपको आगे आने वाले जीवन के लिए तैयार कर देता है.