भारतीय पुरुष प्रधान समाज हो या फिर वर्ल्ड सिनेमा लड़कियों को हमेशा एक दूसरे कि दुश्मन के रूप में ही दिखाया जाता है। यह फिल्में ऐसा दिखाती है कि लड़कियां कभी अच्छी दोस्त नहीं हो सकती क्योंकि वह केवल एक दूसरे से अच्छी दिखना चाहती हैं और उनसे नफरत करती हैं।
लेकिन यह स्टीरियोटाइप कब तक चलेंगे? लडकियां एक दूसरे की दुश्मन नही होती बल्कि उनकी दोस्ती किसी भी और दोस्ती से ज्यादा मजबूत होती है।
फीमेल फ्रेंडशिप के स्टीरियोटाइप -
1. एक दूसरे की दुश्मन
हॉलीवुड फिल्में हो या बॉलीवुड फिल्में, लड़कियों को एक दूसरे के दुश्मन के रूप में दिखाया जाता है। वह एक दूसरे को धोखा देती हैं और उन्हें गलत नामों से बुला कर बेइज्जत करती हैं।
2. The squad
टेलर स्विफ्ट के स्क्वायड को लेकर लोगों के दिमाग में स्क्वायड के बारे में एक राय बन चुकी है कि squad की सभी लड़कियां एक जैसी दिखती और होती है। इस वजह से लड़कियों को लगता है कि उनका दोस्त बनने के लिए उन्हें सुंदर और अमीर होना पड़ेगा।
3. एक बेस्ट फ्रेंड
फिल्मों मैं अक्सर ऐसा दिखाया जाता है कि एक लड़की का केवल एक ही पक्का दोस्त हो सकता है। और वह भी ज्यादातर एक लड़का।
4. प्रतियोगी
पुरुष प्रधान समाज लड़कियों का चित्रण इस तरह से करता है कि सब को यह लगता है की एक लड़की दूसरी लड़की को हमेशा अपने प्रतियोगी की तरह देखती है। वह दूसरी से ज्यादा खूबसूरत देखना चाहती है, अच्छा बॉयफ्रेंड और पैसा, आदि सब कुछ।
5. केवल स्पा और गॉसिप
लड़कियों का चित्रण इस तरह किया जाता है कि वह दूसरी लड़कियों के साथ केवल तब जाती है जब उन्हें गॉसिप करनी हो या फिर स्पा जाना हो।
6. एक दूसरे से जलती हैं
भारत के टीवी सीरियल में एक सास और बहू हमेशा अपने पति और बेटे की जिंदगी में एक दूसरे से ज्यादा महत्वपूर्ण बनने की कोशिश करते हैं। यह दिखाता है कि महिलाएं एक दूसरे से हमेशा जलती रहती हैं।
7. लडकियां दोस्त नही हो सकती
जब हम दोस्ती के बारे में सोचते हैं तो हमारे दिमाग में हैंग आउट करते हुए लड़कों की इमेज बन जाती है। लेकिन लड़कियों की इमेज एक साथ बैठकर गॉसिप या चुगली करते हुए ही बनती है।
8. सारी लडकियां एक जैसी होती हैं
जब कोई लड़का अपने दोस्तों के साथ बुरा व्यवहार करता है तो उसे एक व्यक्ति की तरह ही देखा जाता है। लेकिन जब एक लड़की ऐसा करती है तो लोग उसका इल्जाम पूरी कौम पर लगाते हुए कहते हैं कि सभी लड़कियां एक जैसी होती हैं।
9. कभी दूसरों को देखकर खुश नहीं होती
ऐसा बोला जाता है की लड़कियां कभी किसी दूसरी लड़की की खुशी देखकर खुश नहीं होती हैं। वे केवल उनसे जलती है। लेकिन ऐसा नहीं है लड़कियां एक दूसरे की बहुत अच्छी दोस्त होते हैं और एक दूसरे की खुशी को खुल कर जीती हैं।