क्या आप भी समाज के ताने सुन सुनकर परेशान हो गई हैं? क्या आपको भी लगता है कि समाज के ताने कहां पर कोई असर होना चाहिए? असर तो उन बातों का होता है जिनका कोई मतलब निकलता है। यह समाज तो अपनी पूरी कोशिश करता है कि अपने तानों से महिलाओं को तड़पा सके। लेकिन इनकी यह कोशिश अधूरी ही रह जाती है जब इनके द्वारा दिए गए तानों का कोई मतलब भी नहीं बनता।
समाज के ताने जिनका कोई मतलब ही नहीं -
1. सफेद t-shirt में तुम्हारी ब्रेस्ट बहुत बड़ी लगती है
हम कपड़े पहनते हैं ताकि अपने बदन को ढक सके। लेकिन समाज को यह गलतफहमी है कि कपड़े पहनने से बॉडी का साइज भी बदला जा सकता है। दूसरी बात यह है की ब्रेस्ट का साइज बड़ा है तो समाज को इससे दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
2. रात को बाहर जाने की क्या जरूरत है
लड़की के रात को बाहर जाने से लोगों को आपत्ति होती है। यह हमारे समाज की कितनी छोटी सोच है कि लड़की का रेप होने की जिम्मेदार वह खुद है।
3. लड़की खुली तिजोरी की तरह होती है
भला कैसे कोई किसी जीती जागती लड़की की एक निर्जीव तिजोरी से तुलना कर सकता है? एक लड़की भी किसी दूसरे व्यक्ति या पुरुष की तरह ही अपने शरीर की मालिक है। उसकी इज़ाजत के बिना कोई उसे छू भी नहीं सकता।
4. तुम घर की इज्जत हो
यह क्या बात हुई कि एक लड़की एक 10 लोगों के परिवार इज्जत है। किसी व्यक्ति की इज्जत उसके हाथ में होती है। शादी करने के बाद लड़की दूसरे घर से ले जाती है तो क्या इसका मतलब यह है कि घर की इज्जत चली गई?
5. अच्छे घर की लड़कियां रात को बाहर नहीं जाती
एक लड़की अच्छे घर की है या बेकार घर की, यह अब उसका रात को बाहर जाना तय करेगा? कब, कैसे और कहां जाना है यह लड़की का व्यक्तिगत फैसला है, आपको उसे जज करने की जरूरत नहीं।
6. लड़कियों से ज्यादा लड़के दोस्त हैं इसके, नाक कटवाएगी
एक लड़की को किसे अपना दोस्त बनाना है और किसे नहीं यह उसकी चॉइस है। इससे इस बात का क्या संबंध है कि वह अपने परिवार की नाक कटवाएगी। क्या आप लोग दोस्ती नहीं करते?
7. शादीशुदा महिला को काम और घर में बैलेंस करना चाहिए वरना पति छोड़ देगा
जब एक पति अपने काम को ज्यादा महत्व देकर अपने घर को कम महत्व देता है तो उसकी पत्नी का प्यार उसके लिए कम नहीं हो जाता। तो महिलाओं के केस में यह क्यों? इस बात को कोई सेंस नहीं है।
8. गोरी स्किन से लड़का अच्छा मिलेगा
एक अच्छा लड़का ढूंढने के लिए अगर गोरी स्किन चाहिए होती तो दुनिया की आधी से ज्यादा महिलाएं अभी भी कुंवारे होती। लेकिन फिर भी अधिकतर को कुंवारे तो पुरुष हैं।
9. इतनी चिढचिढी क्यों हो? पीरियड है क्या
यह बात सच है कि जब लड़कियां पीरियड्स पर होती हैं तो वे थोड़ी चिड़चिड़ी हो जाती है। लेकिन हर वक्त उनके चिड़चिड़ा होने का कारण उनके पीरियड नहीं हो सकते। यह सवाल बहुत ही बेतुका है।
10. शादी करना पहला मकसद होना चाहिए
एक लड़की को भी अपनी आजादी और अपने करियर के बारे में शादी से पहले सोचने का हक है। एक शादी ही हर लड़की का सपना नहीं होता है।