आज के दौर में लड़कियां और लड़के एक दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलते हैं। इसलिए यह बहुत जरूरी हो गया है कि लड़कियां आत्मनिर्भर बने। पुरुषों के डॉमिनेशन से लड़कियों को बचाने का केवल यही रास्ता है कि वे आत्मनिर्भर बनें। एक आत्मनिर्भर लड़की पर कोई सवाल नहीं उठा सकता और उस पर किसी तरह का दबाव भी नहीं बना सकता है।
लड़कियां को आत्मनिर्भर बनाने का पहला कदम और पहला फर्ज पेरेंट्स का होता है। अगर आप भी एक बेटी के पेरेंट्स हैं तो उसे छोटी उम्र से ही आत्मनिर्भर बनने के लिए तैयार करना शुरू कर दे। छोटे छोटे कदम ही उसे आत्मनिर्भर बनाएंगे। इसलिए आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसी बातें जो आपको अपनी बेटी को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिखानी चाहिए।
बेटी को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिखाएं यह बातें -
1. अपना काम खुद करना
जब बच्चे छोटे होते हैं तो उनके पेरेंट्स उनका काम खुद ही कर देते हैं। वे सोचते हैं कि वह अभी बच्चा है। लेकिन अगर आप अपनी बेटी को आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं तो छोटी उम्र से ही उसे अपने काम खुद करना सिखाएं। इन कामों में होमवर्क करना, अपने जूते सही स्थान पर रखना, अपने हाथ से खाना खाना, आदि शामिल हो सकता है।
2. अपने फैसले खुद लेना
एक आत्मनिर्भर व्यक्ति की सबसे बड़ी विशेषता होती है कि वह अपने फैसले खुद ले और किसी और पर निर्भर ना हो। लेकिन बच्चे अचानक से फैसले लेना नही सीख सकते। इसलिए आपको उन्हें बचपन से ही अपने छोटे छोटे फैसले खुद लेना सिखाना चाहिए। जैसे उन्हें क्या खाना है?, उन्हें किससे दोस्ती करनी है, आदि।
3. घर के छोटे छोटे कामों में मदद करना
अगर आप अपने बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं तो उन्हें घर के छोटे-छोटे कामों जैसे साफ सफाई, खाना बनाना, आदि में मदद करना सिखाए। एक आत्मनिर्भर इंसान को पूरा घर अपने आप संभालना आना चाहिए। जिसके लिए घर के हर तरह के काम का पता होना और आना जरूरी है। इसकी शुरुआत आपको उनके बचपन से ही कर देनी चाहिए।
4. अपनी गलतियों से सीख लेना
एक अच्छे पेरेंट्स होने के नाते आपको अपने बच्चों को गलती करने पर उन पर चिल्लाने या डांटने की बजाए उन्हें शांति से समझाना चाहिए कि वह अपनी गलतियों से सीख ले। जो गलतियां उन्होंने आज की है उन्हें वह कभी दोबारा ना दोहराएं और उन्हें सुधारने की कोशिश करें। अगर आप छोटी-छोटी गलती पर उन्हें डाटेंगे तो इससे उनके मन में आपका डर भी बैठ सकता है।
5. कोशिश करने से सब मुमकिन है
आपको अपने बच्चों को समझाना चाहिए कि परिश्रम करने से सब कुछ मुमकिन है। आप उन्हें आत्मविश्वास दिलाइए और उनके परिश्रम के लिए उन्हें इनाम दीजिए। इससे उनका मनोबल बढ़ेगा और वे अधिक परिश्रम करने के लिए प्रोत्साहित होंगे। उन्हें असफलताओं से हार नहीं माननी चाहिए।