Amanjot Kaur: अमनजोत कौर अपने पिता भूपेंद्र सिंह को अपना सुपर हीरो मानती हैं, मानना भी चाहिए क्योंकि उनके पिता ने उनके जीवन में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है, आज वो जहां भी है अपने पिता के कारण ही है। अभी तक बहुत कम ही लोग अमनजोत कौर की कहानी को जानते हैं लेकिन जल्दी राष्ट्र उनकी पूरी कहानी के बारे में जानने के लिए उत्सुक होगा। 2023 में आने वाली राष्ट्रीय भारतीय क्रिकेट टीम में अपनी पहली उपस्थिति बनाने के लिए तैयार हैं अमनजोत कौर। आपको बता दें अमनजोत कौर चंडीगढ़ टीम की पूर्व कप्तान है और हाल ही में उन्हें एक पुरस्कार मिला है। बीसीसीआई से चयन कॉल और अब अगले साल भारत के लिए खेलने के सपने को साकार करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं अमनजोत कौर।
अमनजोत कौर अब राष्ट्रीय टीम में अपना खेल दिखाएंगे और जनवरी-फरवरी 2023 में वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका के बीच होने वाली सीरीज में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
Who Is Amanjot Kaur?
अमनजोत कौर 22 वर्षीय लड़की है जिनका स्कूल और पड़ोस के लड़कों के साथ गली क्रिकेट खेलने से लेकर राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने तक का सफर बहुत ही इंस्पिरेशन से भरा हुआ है। यह पंजाब की पूर्व कप्तान रही है, जिसने क्रिकेट खेलने के लिए शहरों को बदल दिया और सीमित साधनों के साथ राज्य भर में यात्रा की।
अमनजोत कौर का कहना है कि उनके आसपास के बहुत से लोगों को उन पर विश्वास नहीं था कि वह राष्ट्रीय स्तर पर अपना करियर लेकर जा पाएंगी। आज अमनजोत कौर इस मुकाम पर पहुंची है तो वह अपने सारा श्रेय अपने पिता को देती है, उनका कहना है कि उनके पिता ने हर वह किया जो वह कर सकते थे उनको यहां तक पहुंचाने के लिए।
जब अमनजोत कौर 15 वर्ष की थी तब उन्होंने एकेडमी ज्वाइन की जहां से उनके करियर को एक बड़ा पुश मिला। कौर राज्यभर में यात्रा करने के दौरान अपने पिता की सहायता ली, जब कोई भी बाधाएं आई उनके रास्ते में तो उन्होंने बहुत धैर्य से चीजों को संभाला। MCM DAV कॉलेज की छात्रा अमनजोत कौर वर्तमान में पंजाब एसोसिएशन के लिए खेलती है। Punjab Cricket Association (PCA) sr जाने से पहले उनकी कप्तानी और क्रिकेट कौशल ने चंडीगढ़ की सीनियर महिला टीम को बहुत सारे मैच जिताए।
Maiden Debut In 2023
हाल ही में अपने चयन के बाद एक इंटरव्यू में, अमनजोत ने अपने चयन का श्रेय अपने सभी विश्वासियों को दिया और विशेष रूप से अपने पिता को उन पर विश्वास न खोने के लिए धन्यवाद दिया। अमनजोत ने कहा, "यह बचपन का सपना रहा है, जब से मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया है, और इस सपने को जीने में सक्षम होने के लिए अब मैं बहुत आभारी हूं, विशेष रूप से मैं जहां से आई हूं वहां पीछे मुड़कर देखती हूं।"
अमनजोत ने कहा कि उनके कोच नागेश गुप्ता के मार्गदर्शन ने उन्हें खेल के गहरे पहलुओं को समझने में मदद की है और उत्तर क्षेत्र के लिए खेलते हुए उनका प्रदर्शन उनकी प्रतिभा का प्रमाण है।अमनजोत कौर के लिए आने वाली त्रिकोणीय सीरीज कई मायनों में खास है। वह न केवल अपने रोल मॉडल भारतीय टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर के साथ खेलने के लिए उत्सुक हैं, बल्कि अपनी योग्यता साबित करने और अपने माता-पिता के बलिदान का सम्मान करने के लिए भी बहुत उत्सुक हैं।