Are 70% Of Indian Employees Unhappy At Work? Shocking Report Reveals Workforce Struggles: भारत में शहरी कार्यबल की खुशी के बारे में Happiest Places to Work और Happiness Research Academy द्वारा किए गए सर्वेक्षण से चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इस अध्ययन में विभिन्न डेमोग्राफिक्स और उद्योग क्षेत्रों का विश्लेषण किया गया, जिसके अनुसार 70% भारतीय कर्मचारी अपने कार्यस्थल से संतुष्ट नहीं हैं।
क्या आप अपने काम से खुश हैं? 70% भारतीय कर्मचारी कहते हैं 'नहीं'
भारत में कार्यस्थलों पर खुशी की कमी: रिपोर्ट
हाल के समय में भारत में कई उद्योगों में कार्यस्थल पर मुश्किलें देखने को मिली हैं। मिडिया से लेकर फिल्म उद्योग तक, कई क्षेत्रों में विषाक्त कार्य वातावरण और कर्मचारियों पर दबाव ने चिंता बढ़ा दी है। मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में हेम कमेटी की रिपोर्ट से लेकर कॉर्पोरेट सेक्टर में कार्यदबाव के कारण हुई दुखद मौतों तक, यह मुद्दे और गहरे हो गए हैं। इसी के बीच, RG कर मेडिकल कॉलेज के मामले ने महिला सुरक्षा के मुद्दों को फिर से उजागर किया है।
54% कर्मचारी नौकरी छोड़ने पर कर रहे हैं विचार
रिपोर्ट में एक और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई कि 54% कर्मचारी अपनी नौकरी छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। रिपोर्ट में बताया गया कि कार्यस्थल पर खुशी के लिए नियमित सराहना, स्पष्ट संवाद और सशक्तिकरण जैसी चीजें महत्वपूर्ण होती हैं, जिनकी कमी से असंतोष पैदा होता है।
कर्मचारियों की राय
रिपोर्ट में 18 उद्योगों के 2,000 कर्मचारियों की राय ली गई, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि कई कर्मचारी अपने कार्यस्थल से नाखुश हैं। यहां कुछ प्रतिक्रियाएं दी गई हैं:
संचार और स्पष्टता में कमी
"संस्था को हर कर्मचारी से जुड़ना चाहिए और उनके काम की सराहना करनी चाहिए।" – 26, पुरुष, भुवनेश्वर
"कई लोगों को अपनी भूमिका के बारे में स्पष्टता नहीं होती। उन्हें सभी कर्मचारियों को सबकुछ साफ-साफ बताना चाहिए।" – 37, महिला, चेन्नई
कार्य और व्यक्तिगत जीवन का संतुलन
"काम के साथ-साथ व्यक्तिगत जीवन के लिए भी समय मिलना चाहिए और निजी समस्याओं को भी समझा जाना चाहिए।" – 27, महिला, दिल्ली
कर्मचारी विश्वास और सम्मान
"कर्मचारियों पर ज्यादा विश्वास होना चाहिए और उनकी राय का सम्मान किया जाना चाहिए।" – 24, महिला, गुरुग्राम
विभिन्न सेक्टर्स में कार्यस्थल खुशी का विभाजन
रिपोर्ट के अनुसार, फिनटेक सेक्टर में 40% कर्मचारी अपने काम से खुश हैं, जबकि बायोटेक्नोलॉजी (39%) और आईटी (38%) में खुशी के स्तर बेहतर हैं। दूसरी तरफ, रियल एस्टेट और मीडिया जैसे सेक्टर्स में खुशी का स्तर बहुत कम है, जिससे इन क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मचारियों की असंतुष्टि साफ झलकती है।
यह रिपोर्ट इस बात की ओर इशारा करती है कि भारत के विभिन्न उद्योगों में कर्मचारियों की खुशी को बढ़ावा देने के लिए बड़े बदलाव की आवश्यकता है, ताकि कार्यस्थलों को अधिक संतुष्ट और उत्पादक बनाया जा सके।