प्रेगनेंसी से जुड़े कुछ कुछ मिथ हमारे समाज मे प्रचलित हैं। केवल अशिक्षित लोग ही नहीं बल्कि पढ़ी लिखी समझदार महिलाएं भी इन मिथो पर विश्वास कर लेती हैं। इन मिथो की वजह से महिलाएं प्रेगनेंसी के समय कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो उन्हें नहीं करनी चाहिए।
इन मिथ पर भरोसा करके वे अपनी फिटनेस और अपने बच्चे की सेहत से समझौता कर बैठती है। इसलिए आपको इन मिथो की सच्चाई के बारे में पता होना चाहिए और इन पर विश्वास नहीं करना चाहिए। आज इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे प्रेग्नेंसी से जुड़े कुछ मिथ जो बिल्कुल गलत हैं।
प्रेग्नेंसी से जुड़े मिथ -
1. प्रेग्नेंसी में एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए
एक्सरसाइज करना एक प्रेग्नेंट महिला और उसके बच्चे के लिए लाभदायक होता है। यह केवल एक मिथ है कि उन्हें एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए। आपको एक्सरसाइज करनी चाहिए लेकिन कुछ बदलाव के साथ। आप इसके लिए एक ट्रेनर को भी हायर कर सकते हैं। एक्सरसाइज़ आपको शेप में रखती है। यह आपका दर्द कम करने में भी सहायक हो सकता है।
2. जितना चाहे उतना वज़न बढ़ा सकते हो
यह बात सच है कि प्रेगनेंसी के दौरान एक महिला को अपना वजन बढ़ाना चाहिए लेकिन हद से ज्यादा वजन भी अच्छी बात नहीं है। आपको कितना वजन बढ़ाना चाहिए यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितने बच्चों को जन्म देने वाली है।
अमेरिकन कॉलेज के अनुसार एक एवरेज वजन वाली महिला को 25 से 35 साल तक वजन बढ़ाना चाहिए। जबकि कम वजन वाली महिला को अधिक और ज्यादा वजन वाली महिला को कम वजन बढ़ाना चाहिए।
3. प्रेग्नेंसी में ट्रेवल नहीं करो
अधिकतर लोगों को ऐसा लगता है कि प्रेग्नेंसी के समय एक महिला को केवल घर पर रहकर आराम करना चाहिए और ट्रैवल नहीं करना चाहिए। लेकिन प्रेग्नेंसी में ट्रैवल करना पूरी तरह साधारण बात है।
लेकिन किसी भी ट्रिप की प्लानिंग करते वक्त याद रखें कि आपको प्रेगनेंसी में कंफर्टेबल महसूस होना चाहिए। आपको अंदर से कमजोरी महसूस नहीं हो रही हो और अगर आप कार से ट्रेवल कर रहे हैं तो 5 या 6 घंटे से ज्यादा सफर ना करें।
4. तुम स्वस्थ हो तुम्हारी प्रेग्नेंसी अच्छी होगी
एक महिला का स्वास्थ्य अगर अच्छा होता है तो प्रेगनेंसी से डील करते वक्त उसे हेल्थ से जुड़ी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि अगर महिला स्वस्थ है तो उसकी प्रेगनेंसी में किसी तरह की कॉम्प्लिकेशन नहीं आ सकती। इसलिए आपको हेल्थकेयर ज़रूर लेनी चाहिए।
5. हेल्थी महिला टेक्नोलॉजी की ज़रूरत नहीं
ऐसा माना जाता है कि जो महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान स्वस्थ होती हैं उन्हें टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल वाले इलाज या हेल्थ केयर का ज्यादा उपयोग नहीं करना चाहिए। यह एक रिस्क साबित हो सकता है। टेक्नोलोजी हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा है और प्रेग्नेंसी में आपको इसकी मदद लेनी चाहिए।