अगर आप सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं तो आप शायद आप कलीम खान से परिचित होंगे। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कलीम खान वह व्यक्ति है जिन्होंने आम के इस मौसम में एक ही पेड़ से तीन सौ तरह के आम उगा कर लोगों को हैरान कर दिया।
कौन हैं कलीम खान
कलीम उल्लाह खान 82 साल के एक हॉर्टिकल्चरिस्ट है जो फलों को ब्रीड कराते हैं। वह 120 साल पुराने आम के पेड़ से 300 वैरायटी के आम उगाने का रिकॉर्ड बना कर इंडिया के मैंगो मैन चुके है।
कलीम खान का जन्म लखनऊ के मलिहाबाद में हुआ है। उन्होंने छोटी उम्र में ही अपना स्कूल छोड़कर परिवार का फार्म संभालना शुरू कर दिया था। इसी वक्त में उन्होंने ग्राफ्टिंग तकनीकों का इस्तेमाल करके अपना पहला एक्सपेरिमेंट किया।
ड्राइवर तकनीक है जिसके द्वारा एक से ज्यादा पौधों को एक साथ जोड़कर नई किस्मों के पौधों को उगाया जाता है। लेकिन कलीम खान के मामले में यह आम है।
आम के नाम?
लोग अपनी गाड़ी का नाम रखते हैं, जानवरों का नाम रखते हैं, वस्तुओं का नाम रखते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सुना है या किसी को फलों के नाम रख से देखा है? जी हां कलीम खान ने अपने इन अलग-अलग किस्मों के आम का नामकरण किया है। उन्होंने अपने आमों को मशहूर सेलिब्रिटी जैसे सचिन तेंदुलकर, सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक का नाम दिया है। उनके एक आम का नाम तो अनारकली भी है।
कलीम खान हर रोज अपने 120 साल पुराने पेड़ को पानी देते हैं। वह अपने इस पेड़ को दुनिया का सबसे बड़ा फार्म और सबसे बड़ा मैंगो कॉलेज कहते हैं। उनके इस पेड़ ने 300 अलग-अलग किस्मों के आम उग आए हैं जिन का स्वाद और आकार भी बेहद अलग है।
क्यों हो रही है आम की वैरायटी कम?
कलीम खान का ऐसा मानना है कि आम के पूरे प्रोडक्शन को सबसे ज्यादा प्रभावित जलवायु कर रही है जो हर सेकंड बदलती रहती है। खान को यह भी लगता है आम की खेती करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली इंटेंसिव फार्मिंग टेक्निक और कम कीमत वाले इंसेक्टिसाइड का इस्तेमाल करने से भी उनकी वैरायटी में कमी आ गई है।
कलीम खान को 2008 में अपनी इन स्किल्स के लिए पदम श्री और इंडिया का फोर्थ हाईएस्ट सिविलयन अवॉर्ड भी मिला था। इंडिया के हॉर्टिकल्चर में उनके योगदान को देखकर ईरान और यूनाइटेड अरब एमिरेट्स ने भी कलीम खान को अपने देश में आने का निमंत्रण दिया है।