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जब हम देश की रक्षा करने वाले सैनिकों की बात करते हैं, तो अक्सर हम उनके साहस, बलिदान और देशभक्ति को सलाम करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी उस महिला के बारे में सोचा है जो उस फौजी की ज़िंदगी में सबसे करीब होती है? जो उसके जाने के बाद घर, बच्चे, परिवार और समाज सब कुछ अकेले संभालती है। जो हर बार दरवाज़े की घंटी बजने पर डरती है, कहीं कोई बुरी ख़बर तो नहीं?
आज हम आपको मिलवा रहे हैं उन पांच बहादुर महिलाओं से, जिनकी कहानियां सिर्फ दुःख नहीं, बल्कि गर्व, इंतज़ार और अंतहीन प्रेम से भरी हैं।
एक फौजी की पत्नी होना क्या सच में आसान होता है?
1. Geetika Lidder
(Wife of Brigadier L.S. (Toni) Lidder)
"हर बार जब वो जाते थे, दिल डर से भर जाता था। लेकिन मैं हमेशा मुस्कराती थी ताकि वो न घबराएं।"
गीतिका लिड्डर की ज़िंदगी हमेशा अनिश्चितता से भरी रही। एक फौजी की पत्नी होने का मतलब है लंबे वक़्त तक अकेले रहना, हर बार उनके लौटने की दुआ करना। लेकिन जब Brigadier Lidder एक हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद हो गए, तो वो डर हकीकत बन गया। गीतिका आज भी मजबूती से खड़ी हैं, अपने परिवार के लिए।
2. Kiran Bajwa
(Wife of Brig Mohinder Pratap Singh Bajwa)
"मैंने हमेशा एक आर्मी ऑफिसर से शादी का सपना देखा था, और वो पूरा हुआ। लेकिन सपना भी कभी-कभी बहुत भारी लगने लगता है।"
किरण बाजवा के मंगेतर को 1971 के युद्ध के लिए बुला लिया गया, पर वो सही सलामत लौटे और 1972 में दोनों की शादी हुई। आर्मी की ज़िंदगी आसान नहीं थी। पति कई मौके मिस करते रहे बच्चों के पहले शब्द, स्कूल का पहला दिन क्योंकि ड्यूटी पहले आती है। 1998 में एक धमाके से बचने के बाद उन्होंने करगिल युद्ध में भी हिस्सा लिया।
3. Salma Shafeeq Ghori
(Wife of late Captain Shafeeq Ghori)
"वो हर दिन मुझे एक खत भेजते थे, और मैं उनके बैग में छोटे-छोटे सरप्राइज़ छोड़ती थी।"
सलमा सिर्फ 19 साल की थीं जब उनकी शादी हुई। उनके पति लगातार पोस्टिंग पर रहते थे और दोनों के बीच संवाद सिर्फ चिट्ठियों से होता था। लेकिन 1 जुलाई 2001 को Major Ghori ऑपरेशन रक्षक में शहीद हो गए। सलमा ने आठ साल तक उनके कपड़े नहीं धोए। उनका पर्स आज भी उनके नोट्स और पैसों के साथ सलमा के पास है।
4. Chitra Jha
(Wife of Major Gen Somnath Jha)
"हमने एक सादी सी शादी की थी, और उसके बाद की ज़िंदगी ख़त और इंतज़ार में ही गुज़री।"
चित्रा झा खुद भी मिलिट्री नर्सिंग सर्विस का हिस्सा रही हैं। उन्हें ट्रेन में अपने फौजी पति से पहली बार मुलाकात हुई और एक जुड़ाव महसूस हुआ। शादी के बाद दोनों अलग-अलग जगह पोस्टेड रहे। ऑपरेशन ब्लू स्टार से लेकर अन्य मिशनों तक, उन्होंने हर डर, हर अकेलेपन को चुपचाप सहा। आज भी वो गर्व से कहती हैं, “मैं एक ऐसे इंसान की पत्नी हूं जिसने हमें सुकून से सोने के लिए अपनी नींद कुर्बान कर दी।”
5. Nikita Kaul Dhauniyal
(Wife of late Major Vibhuti Shankar Dhoundiyal)
"आज भी जब मैं आसमान की तरफ देखती हूं, तो लगता है Vibhu वहीं कहीं सितारा बनकर बैठा है।"
18 फरवरी 2019 को उनकी दुनिया बदल गई, जब पुलवामा हमले के बाद उन्हें 'Late Maj Vibhuti' कहकर संबोधित किया गया और निकिता को 'widow'। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। आज निकिता खुद आर्मी की वर्दी पहनती हैं, उसी यूनिफॉर्म में जो उनके पति ने गर्व से पहनी थी। “वो तो शहीद हो गए, लेकिन मैं उनकी legacy को जिंदा रखने के लिए आज भी सर्विस में हूं।”
जब वो खामोशी से लड़ रही होती हैं...
एक फौजी की पत्नी सिर्फ एक जीवनसाथी नहीं होती, वो एक warrior होती है। उनके हिस्से में सलाम नहीं आते, लेकिन उनका इंतज़ार, उनका सब्र और उनका योगदान एक सच्चे फौजी जितना ही बड़ा होता है।
वो वर्दी नहीं पहनती, पर उसका बोझ ज़रूर उठाती है।