शादी को हमारे देश में बहुत पवित्र माना जाता है।हमारा समाज आज भी मानता है कि शादी के लिए लड़की की उम्र लड़के से छोटी होनी चाहिए। लड़का चाहे 10-15 साल बढ़ा हो फिर भी समाज कुछ नही कहता और लड़की चाहे 1-2 साल बढ़ी हो तो लोग या यह समाज बर्दाश्त नहीं करता।
क्यों शादी में लड़की की उम्र कम होनी चाहिए?
समाज के अनुसार जब भी किसी लड़का या लड़की की शादी हो तो उसमें लड़की की उम्र लड़के से कम होनी चाहिए क्योंकि अगर लड़की की उम्र ज्यादा होगी तो वह समझदार उससे ज्यादा होगी उसके पास लड़के से ज्यादा अनुभव होगा वह लड़के से अच्छा कमाती भी हो सकती है तो उन्हें लगता है शायद वह लड़के को कंट्रोल न करने लग जाए।
इन सब बातों के कारण समाज चाहता है कि लड़की की उम्र लड़के की उम्र से कम हो।
समाज किसी भी दृष्टिकोण से कभी भी एक औरत को एक मर्द से ऊपर नहीं देखना चाहता।
हमारा लड़का तो इसके नीचे लग जाएगा
जब भी बात की जाए कि लड़का शादी में लड़की से उम्र में छोटा है लोग अक्सर कहने लगते हैं यह तो अपने पति को कंट्रोल करती होगी। उसे तो इसकी हर बात को माननी पड़ती होगा। बेचारा लड़का!
डबल स्टैंडर्ड्स
हमारे समाज में हमेशा पुरषों के लिए अलग राय रही है। पुरष चाहें जो मर्जी करें चाहे औरतों को पीटे,उनके साथ दुर्व्यवहार करें फिर भी समाज औरतों को ही कसूरवार समझता हैं। दूसरी तरफ हम औरतों की बात करें उनकी चाहे किसी रिश्ते में गलती ना भी हो फिर भी उनसे कहा जाता है कि अगर तुम सह लेती तो तुम्हारा कुछ कम हो जाता? इतना तो शादियों में चलता है औरत को इतना तो सहना पड़ता ही है।
बहुत से बॉलीवुड सितारे है जिन्होंने इस स्टीरियोटाइप को ब्रेक किया है। प्रियंका चोपड़ा और निक जोन्स ने 10 साल का gap है। उन्होंने स्टीरियोटाइप को ब्रेक किया है लोगों ने सोशल मीडिया पर उनकी शादी को ट्रॉल किया पर उन्होंने यह साबित कर दिया है कि जरूरी नहीं है कि शादी में लड़की की उम्र लड़के से कम ही होनी चाहिए। इसके अलावा नेहा कक्कड़ और रोहनप्रीत ने भी इस पुरानी सोच का खंडन किया है।