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Skincare के बारे में 6 आम मिथक जो आपको जानना चाहिए

टॉप-विडियोज़: आज के समय में सुंदर और स्वस्थ त्वचा पाने की इच्छा हर किसी की होती है। इस लक्ष्य को पाने के लिए हम तरह-तरह के उत्पादों और तरीकों का इस्तेमाल करते हैं।

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Dibya Debasmita Pradhan
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6 Common Myths About Skincare: आज के समय में सुंदर और स्वस्थ त्वचा पाने की इच्छा हर किसी की होती है। इस लक्ष्य को पाने के लिए हम तरह-तरह के उत्पादों और तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन कई बार हम कुछ मिथकों के जाल में फंस जाते हैं जो हमारी त्वचा के लिए नुकसानदेह साबित हो सकते हैं। सही जानकारी के साथ ही हम अपनी त्वचा की सही देखभाल कर सकते हैं।

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Skincare के बारे में 6 आम मिथक जो आपको जानना चाहिए

मिथक 1: ज्यादा उत्पाद इस्तेमाल करने से बेहतर परिणाम मिलते हैं

बहुत से लोग मानते हैं कि जितने ज्यादा उत्पाद इस्तेमाल किए जाएंगे, उतने ही बेहतर परिणाम मिलेंगे। लेकिन यह सच नहीं है। अधिक उत्पादों के उपयोग से त्वचा में जलन, लाल चकत्ते या रिएक्शन हो सकता है, जिससे त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है। आपकी त्वचा के प्रकार और जरूरतों के अनुसार सीमित लेकिन प्रभावी उत्पादों का उपयोग करना ही सबसे अच्छा होता है।

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मिथक 2: महंगे स्किनकेयर उत्पाद हमेशा बेहतर होते हैं

लोग अक्सर मानते हैं कि महंगे स्किनकेयर उत्पाद सस्ते उत्पादों से बेहतर होते हैं। हालांकि, यह हमेशा सच नहीं होता। उत्पाद की गुणवत्ता और उसकी सामग्री महत्वपूर्ण होती है, न कि उसकी कीमत। आपको अपनी त्वचा के प्रकार और समस्या के अनुसार सही उत्पाद चुनना चाहिए, चाहे वह महंगा हो या सस्ता।

मिथक 3: बादल छाए रहने या घर के अंदर सनस्क्रीन की जरूरत नहीं

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यह एक बड़ा मिथक है कि जब आसमान में बादल छाए होते हैं या आप घर के अंदर होते हैं तो सनस्क्रीन की जरूरत नहीं होती। वास्तव में, सूर्य की यूवी किरणें बादलों और खिड़कियों से भी प्रवेश कर सकती हैं और आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसलिए, हर दिन सनस्क्रीन का उपयोग करना आवश्यक है, चाहे मौसम कैसा भी हो या आप कहीं भी हों।

मिथक 4: रोजाना एक्सफोलिएट करना त्वचा के लिए अच्छा है

यह मिथक भी गलत है कि रोजाना एक्सफोलिएट करना त्वचा के लिए अच्छा है। अधिक एक्सफोलिएशन से त्वचा की प्राकृतिक नमी और सुरक्षा की परत हट सकती है, जिससे त्वचा सूखी और संवेदनशील हो सकती है। सप्ताह में 1-2 बार एक्सफोलिएट करना पर्याप्त होता है और इससे त्वचा को स्वस्थ रखा जा सकता है।

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मिथक 5: त्वचा का प्रकार नहीं बदलता

यह मिथक भी बहुत प्रचलित है कि त्वचा का प्रकार कभी नहीं बदलता। लेकिन यह सच नहीं है। उम्र, मौसम, हार्मोनल बदलाव और जीवनशैली के कारण त्वचा का प्रकार बदल सकता है। इसलिए समय-समय पर अपनी त्वचा के प्रकार का ध्यान रखना और उसके अनुसार उत्पादों का चयन करना जरूरी है।

मिथक 6: चेहरे को गर्म पानी से धोना पोर्स को खोलता है

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लोगों का मानना है कि चेहरे को गर्म पानी से धोने से पोर्स खुल जाते हैं। लेकिन सच यह है कि गर्म पानी त्वचा को ड्राई और संवेदनशील बना सकता है। हल्के गुनगुने पानी से चेहरा धोना या फिर गरम पानी का भाप लेना, दोनों ही सबसे अच्छे होते हैं।

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