If Golu In 'Mirzapur' Irked You, Shweta Tripathi Sharma Has A Response: श्वेता त्रिपाठी शर्मा ने 'मिर्जापुर' में अपने गोलू गुप्ता के किरदार से पारंपरिक नारीत्व की परिभाषा को चुनौती दी। उनके इस दमदार किरदार ने कई लोगों के भीतर बैठे लैंगिक पूर्वाग्रहों और समाज की उम्मीदों को हिला दिया। 'द रूल ब्रेकर शो' में उन्होंने इन प्रतिक्रियाओं के बारे में खुलकर बातj की, जो उन्हें गोलू के किरदार के लिए मिलीं।
श्वेता त्रिपाठी शर्मा का जवाब: 'मिर्जापुर' की गोलू पर मिली प्रतिक्रियाएं
गोलू गुप्ता: एक क्रांतिकारी किरदार
'मिर्जापुर' में गोलू गुप्ता का किरदार न केवल एक महिला के रूप में शक्ति और नियंत्रण को दर्शाता है, बल्कि एक ऐसी महिला के रूप में उभरता है जो पुरुषों के वर्चस्व वाले समाज में अपने लिए जगह बनाती है। श्वेता त्रिपाठी शर्मा, जो सिर्फ 5 फीट लंबी हैं, ने इस किरदार को इतनी प्रभावशाली तरीके से निभाया कि उसने कई लोगों को असहज कर दिया। समाज में बैठे लैंगिक भेदभाव को चुनौती देते हुए गोलू का यह किरदार कई लोगों की उम्मीदों के विपरीत था।
"ये प्रतिक्रियाएं क्यों आईं?"
श्वेता त्रिपाठी ने इस बारे में खुलकर बात की कि कैसे गोलू के किरदार ने लोगों को असहज किया। उन्होंने कहा, "जब मुझे गालियां मिलीं, तो मैं सोचने लगी, ये क्यों हो रहा है? लोगों को गोलू से क्यों समस्या हो रही है?" उनके किरदार को लेकर लोगों की यह प्रतिक्रिया इस बात की ओर इशारा करती है कि कई लोग एक महिला को ऐसी ताकतवर स्थिति में देखना नहीं चाहते।
"यह असल में वही था जो मैं चाहती थी"
श्वेता ने यह भी बताया कि कैसे धीरे-धीरे उन्हें इस प्रतिक्रिया को स्वीकार करने का एहसास हुआ। उन्होंने कहा, "पहले मुझे बुरा लगा, लेकिन फिर समझ आया कि असल में यही मैं चाहती थी। अगर मेरे किरदार ने आपको असहज किया, तो इसका मतलब है कि मैंने आपसे कुछ सोचने पर मजबूर किया। यही मेरा मकसद था।"
श्वेता ने अंत में यह भी जोड़ा कि गोलू जैसे किरदार ने उन पुरानी धारणाओं को तोड़ने का काम किया, जहां महिलाएं अक्सर पुरुषों के साये में ही रहती हैं। उनका किरदार एक संदेश देता है कि महिलाएं भी किसी भी स्थिति में समान रूप से सक्षम और ताकतवर हो सकती हैं, चाहे वो समाज के कितने भी पूर्वाग्रह क्यों न हों।