Sex and Its Shame: सेक्स के साथ शर्म और आलोचना जुड़ने के कई कारण हैं। सबसे पहले, संस्कृति और परंपराएँ इसकी जरूरी बातें तय करती हैं, कुछ संस्कृतियों में इसे एक Sensitive सब्जेक्ट माना जाता है। इसके अलावा, धार्मिक मान्यताएँ भी इस पर प्रभाव डालती हैं, जहां सेक्स को पाप या गलत समझा जाता है।
इसका कारण है लोगों के पास सही जानकारी न होना उसके वजह से लोग गलतफहमियों का शिकार होते हैं, फिर उनके मन में ये सब ख्याल आते है जिसे वो शर्म और आलोचना का नाम दे देते है। इसे सामाजिक stigma कहा जाता है जिसमें सेक्स पर खुलकर चर्चा करने में बाधा डालता है। इससे लोग शर्म महसूस करते हैं और आलोचना का सामना करते हैं।
सेक्स के साथ शर्म और आलोचना के कई कारण हैं
1. संस्कृति और परंपरा
कई संस्कृतियों में सेक्स को एक टैबू माना जाता है, जिससे लोग खुलकर बात नहीं कर पाते। उन लोगो को इस पर बात करने में शर्म आती है इसलिए अगर कही इस बारे में बात करनी पड़ती हैं तो वो घबरा जाते हैं।
2. धार्मिक मान्यताएँ
धर्म में अक्सर सेक्स पर कठोर नियम होते हैं, जिससे लोग शर्म महसूस करते हैं और भगवान या किसी भी धार्मिक स्थल पर इस तरह की बाते करने को पाप मानते है।
3. शिक्षा की कमी
सेक्स शिक्षा की कमी से लोग गलत धारणाएँ और डर पैदा कर लेते हैं। दरअसल एजुकेशन न होने के कारण सेक्स के बारे में बात करने को खराब माना जाता है।
4. पारिवारिक माहौल
अकसर देखा जाता है कि परिवार में इस टॉपिक करने में घबराते हैं और उनको शर्म आती है अपने बच्चों को इस बारे में कुछ समझाने में इस वजह से बार न होने के कारण बच्चों में शर्म विकसित होती है।
5. सोशल मीडिया और फिल्में
मीडिया में सेक्स को अक्सर भद्दे या नकारात्मक तरीके से पेश किया जाता है।
6. भेदभाव
महिलाओं और पुरुषों के प्रति अलग-अलग मानदंड होते हैं, जिससे आलोचना और शर्म का माहौल बनता है।
7. मानसिक स्वास्थ्यमा
नसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के कारण भी लोग खुलक नहीं बात कर पाते।