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Photograph: (PTI/X)
Karnataka student scored 32% marks in class 10 family celebrated with cake: कर्नाटक के बगलकोट जिले में एक अनोखी और दिल छू लेने वाली घटना सामने आई है, जिसने सोशल मीडिया पर सबका ध्यान खींचा है। दसवीं की बोर्ड परीक्षा में असफल हुए छात्र के माता-पिता ने निराश होने की बजाय उत्सव मनाया। 32% अंक लाने पर न केवल केक काटा गया, बल्कि पूरे परिवार ने बेटे को प्यार, समर्थन और प्रोत्साहन से भर दिया। यह पहल मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक सकारात्मक संदेश बन गई है।
कर्नाटक में माता-पिता ने पेश की अनोखी मिसाल: बेटे के फेल होने पर केक काटकर मनाया जश्न
खबरों के मुताबिक, बगलकोट के बसवेश्वर इंग्लिश मीडियम स्कूल के छात्र अभिषेक चोलचगुड्डा ने कक्षा 10 की SSLC परीक्षा में कुल 625 में से 200 अंक (32%) प्राप्त किए। सभी छह विषयों में असफल होने के बावजूद उनके परिवार ने निंदा या डांट-फटकार का रास्ता नहीं चुना। इसके बजाय उन्होंने एक केक काटकर अभिषेक की मेहनत और ईमानदारी को सराहा।
VIDEO | Karnataka: Parents celebrate their son after he fails in Class 10 exam by cutting a cake to boost his morale in Bagalkote. He got 200 marks out of 600, which is 32 percent, below the passing marks. #Karnataka #Bagalkote pic.twitter.com/YJzSBm3Gvq
— Press Trust of India (@PTI_News) May 5, 2025
पिता ने कहा असफलता पर नहीं, प्रयास पर गर्व
अभिषेक के पिता, यल्लप्पा चोलचगुड्डा, जो पेशे से फ़ोटोग्राफ़र हैं, ने बताया कि यह पार्टी बेटे की असफलता को नजरअंदाज करने के लिए नहीं थी, बल्कि उसके प्रयास को स्वीकारने और भविष्य के लिए प्रेरित करने का तरीका थी। उन्होंने कहा, “अभिषेक ने मेहनत की, बस इस बार परिणाम साथ नहीं थे। लेकिन हम चाहते थे कि वह आत्मविश्वास न खोए।”
केक पर लिखे 32% और परिवार का समर्थन
वायरल हो चुके वीडियो में अभिषेक को पूरे परिवार के साथ केक काटते और मिठाइयाँ बाँटते देखा जा सकता है। केक पर विशेष रूप से "32%" लिखा गया था। माता-पिता, बहन, दादी और अन्य रिश्तेदारों ने उसे खाना खिलाया और अगली बार अच्छा करने का हौसला दिया। यह दृश्य इंटरनेट पर लाखों लोगों के दिलों को छू गया।
अभिषेक का संकल्प, “फिर से दूंगा परीक्षा, इस बार पास होकर दिखाऊंगा”
अभिषेक ने आत्मविश्वास के साथ कहा, “मैं अगले प्रयास में सभी विषयों में सफल हो जाऊंगा। भले ही असफल रहा, लेकिन मेरे परिवार का समर्थन मेरे लिए सबसे बड़ा तोहफा है।” उनका यह संकल्प और जज्बा दिखाता है कि जब प्यार और प्रेरणा साथ हो, तो कोई भी चुनौती बड़ी नहीं होती।