मुझे बहुत अफ़सोस के साथ यह लेख लिखना पड़ा, परंतु जो बदलाब हमें चाहिए उस बदलाव को लाने के लिए जो भी ज़रूरत पड़े, हम करेंगे| देश दुनिया में कल और परसों होली खेली जाएगी, और भारत देश की हर गली रंग जाएगी| इस सब उत्सव और खेल के बीच में कुच्छ लड़कियों को घर में छुपा के रखा जाएगा क्योंकि इस दिन उनके माँ-बाप को कुच्छ ख़ास डर लगता है सड़क पर घूम रहे उन दरिंदो से, जो 'बुरा ना मानो होली है' के नाम पे कोई भी बदतमीज़ी कर गुजरेंगे||
पर इनमें कुच्छ ऐसी लड़कियाँ भी होंगी जो माँ बाप के इस दर को तुच्छ जानकर अपने दोस्तों और जानने वालों के साथ घर से बाहर निकलेंगी| उनमें से एक मैं भी हूँ| आइए जानते हैं के हम बहतर सुरक्षित मस्ती करने के लिए क्या कर सकती हैं :
झुंड में चलें
जब तक आपको जूडो या कराटे ना आता हो, समझदारी इसी में होगी के आप घर से बाहर अकेली ना निकले| आप चाहे तो मुझे सेक्सिस्ट समझ सकते हैं पर बहतर होगा अगर आपके साथ कुच्छ पुरुष भी हो (मर्द एक दूसरे के इलाक़े में मूह नहीं मारते)||
कुच्छ जेब वाला ज़रूर पहने
या तो जेब वाली पंत या कमर थैली, कुच्छ ऐसा पहने जिसमें आप अपना मोबाइल, पेपर स्प्रे और चाकू लेकर घूम सके| हम हिंसा के समर्थक नहीं हैं, पर आपके पास इतने यंत्र होने चाहिए के खुद को बचाने के लिए आप एक छोटी चोट पहुँचा पायें||
अपनी भांग साथ ले कर घूमें
भांग होली की ख़ास मदिरा है| सभी उम्र और जात के लोग आज के दिन इसका खूब मज़ा उठाते हैं| पर यह बहुत ख़तरनाक हो सकती है| ज़रा सी अधिक मात्रा, और अगले 2-3 दिन तक आपको कुच्छ समझ नहीं आएगा| यदि आप अपनी भाग की गोली खुद ले जायें और पार्टी में सॅडी ठंडई माँगे, तो आप खुद जितनी भंग चाहे मिला सकते हैं, और जब तक चाहे होश में रहे!
त्वचा से चिपके कपड़ों को प्रधानता दे
आम तौर पे टाइट कपड़ों में बिना आपको खबर हुए हाथ डालना ज़्यादा मुश्किल होगा||
होली ना कहने के लिए अच्छा समय है
अगर आपको अगला इंसान ठीक नहीं लग रहा और आप उसे होली गले नहीं मिलना चाहती, तो ना कहने में कोई बुराई नहीं है| और अगर वो बुरा माने, तो आप भी कह देना "बुरा ना मानो होली है"| हमें आशा है के वे आपकी बात ज़रूर समझेंगे||