Makar Sankranti 2024: सर्दी की कड़ाके की रातें कम होने लगें, दिन बड़े होने लगें और आसमान में सूरज देवता कुछ और ही तेवर में चमकने लगें, तो समझिए खुशियों का महापर्व - मकर संक्रांति नजदीक आ रहा है। पौष मास की कठोर शीतलता के बीच जब सूरज मकर राशि में प्रवेश करता है, तब प्रकृति मानो खुद को नया सँवारती है। दिन लंबे होने लगते हैं, हवा में हल्की गर्मी घुलने लगती है और फसलों के पकने की खुशबू चारों ओर महकने लगती है। यही वो पल होता है, जब हम मकर संक्रांति का स्वागत करते हैं।
2024 में मकर संक्रांति कब है?
2024 में मकर संक्रांति 14 जनवरी, सोमवार को मनाई जाएगी। मकर संक्रांति को उत्तरायण भी कहा जाता है। इस दिन से सूर्य की दिशा उत्तर की ओर होने लगती है। हिंदू धर्म में यह दिन नए साल की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। इस दिन लोग स्नान, दान, उपवास और पूजा-पाठ करते हैं।
मकर संक्रांति के दिन लोग खिचड़ी और तिल के लड्डू का प्रसाद बनाते हैं। इस दिन लोग तिल का दान भी करते हैं। ऐसा माना जाता है कि तिल का दान करने से लोगों की आयु बढ़ती है और उन्हें बुढ़ापे में भी स्वास्थ्य लाभ होता है। मकर संक्रांति के दिन लोग सूर्य देवता की पूजा करते हैं। इस दिन लोग सूर्य देवता को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते हैं और उन्हें अर्घ्य देते हैं।
मकर संक्रांति से जुड़ी कुछ खास बातें
- मकर संक्रांति के दिन लोग गंगा स्नान करने जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से लोगों के पाप धुल जाते हैं और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।
- मकर संक्रांति के दिन लोग सूर्य देवता को अर्घ्य देने के लिए सूर्य नमस्कार करते हैं। सूर्य नमस्कार करने से शरीर स्वस्थ और रोग मुक्त रहता है।
- मकर संक्रांति के दिन लोग तिल का दान करते हैं। ऐसा माना जाता है कि तिल का दान करने से लोगों को धन, समृद्धि और सुख-शांति प्राप्त होती है।
- मकर संक्रांति एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है। इस दिन लोग नए साल की शुरुआत करते हैं और सूर्य देवता की पूजा करते हैं।