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प्रेगनेंसी महिलाओं की जिंदगी का एक अहम हिस्सा माना जाता है। ये एक महिला के लिए और उसके होने वाले बच्चे के लिए काफी जरूरी और गंभीर वक्त होता है। ऐसे में पहली बार मां बनने वाली महिलाएं अपनी प्रेगनेंसी को लेकर काफी ज्यादा चिंचित होती हैं तो आई जानते हैं कि प्रेगनेंसी में शारीरिक बदलाव क्या क्या होते हैं ?
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में सबसे बड़ा बदलाव उनके हारमोंस में आता है इसलिए उन्हें इस बारे में ज्यादा पता होना चाहिए।
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं की बॉडी ज्यादा एस्ट्रोजन रिलीज करती है और यही बच्चे को nourishment देने में मदद करता है।
एस्ट्रोजन का लेवल अचानक बढ़ने के कारण नजला और ब्रेस्ट साइज बड़ा हो जाता है।
महिलाओं में प्रेगनेंसी के दौरान जो वजन बढ़ता है वो उनके ऊपर किसी उर एक्टिविटी से कहीं ज्यादा प्रभाव डालता है। इसके कारण शरीर के निचले हिस्सों में ब्लड सर्कुलेशन में भी काफी समस्या आती है।
प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में बाकी बदलावों के साथ साथ देखने , सुनने और स्मेल करने की क्षमता पर भी प्रभाव पड़ता है।
कुछ महिलाएं प्रेगनेंसी के समय में रात को अच्छे से नहीं देख पातीं या कहो कि उन्हें नाइटब्लाइंडनेस की समस्या हो जाती है।
प्रेगनेंसी के समय महिलाओं का टेस्ट बदलता है और वे खट्टी, नमकीन और मीठा खाना ज्यादा पसंद करने लगती हैं। प्रेगनेंसी के समय में चीजों का टेस्ट या स्वाद न महसूस का पाना भी एक बड़ा बदलाव मना जाता है।
प्रेगनेंट महिलाओं के शरीर में काफी बदलाव आता है और इसी के दौरान ब्रेस्ट में भी काफी बदलाव आता है। महिलाओं की ब्रेस्ट बच्चे को दूध का पोषण देने के लिए खुद को तैयार करना शुरू कर देती हैं और इसलिए निप्पल के साइज में काफी बदलाव देखने को मिलता है।
कई महिलाओं में प्रेगनेंसी के दौरान बालों और नाखूनों में भी बदलाव देखा जाता है। कई बार बाल ज्यादा झड़ने शुरू हो जाते हैं, कई बार चीजें इसके विपरीत भी हो सकती हैं।
तो ये थे प्रेगनेंसी के दौरान आने वाले शारीरिक बदलाव ।
प्रेगनेंसी में शारीरिक बदलाव
1. एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में सबसे बड़ा बदलाव उनके हारमोंस में आता है इसलिए उन्हें इस बारे में ज्यादा पता होना चाहिए।
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं की बॉडी ज्यादा एस्ट्रोजन रिलीज करती है और यही बच्चे को nourishment देने में मदद करता है।
एस्ट्रोजन का लेवल अचानक बढ़ने के कारण नजला और ब्रेस्ट साइज बड़ा हो जाता है।
2. वज़न बढ़ना
महिलाओं में प्रेगनेंसी के दौरान जो वजन बढ़ता है वो उनके ऊपर किसी उर एक्टिविटी से कहीं ज्यादा प्रभाव डालता है। इसके कारण शरीर के निचले हिस्सों में ब्लड सर्कुलेशन में भी काफी समस्या आती है।
3. सेंसरी बदलाव
प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में बाकी बदलावों के साथ साथ देखने , सुनने और स्मेल करने की क्षमता पर भी प्रभाव पड़ता है।
कुछ महिलाएं प्रेगनेंसी के समय में रात को अच्छे से नहीं देख पातीं या कहो कि उन्हें नाइटब्लाइंडनेस की समस्या हो जाती है।
प्रेगनेंसी के समय महिलाओं का टेस्ट बदलता है और वे खट्टी, नमकीन और मीठा खाना ज्यादा पसंद करने लगती हैं। प्रेगनेंसी के समय में चीजों का टेस्ट या स्वाद न महसूस का पाना भी एक बड़ा बदलाव मना जाता है।
4. ब्रेस्ट में बदलाव
प्रेगनेंट महिलाओं के शरीर में काफी बदलाव आता है और इसी के दौरान ब्रेस्ट में भी काफी बदलाव आता है। महिलाओं की ब्रेस्ट बच्चे को दूध का पोषण देने के लिए खुद को तैयार करना शुरू कर देती हैं और इसलिए निप्पल के साइज में काफी बदलाव देखने को मिलता है।
5. बालों और नाखूनों में बदलाव
कई महिलाओं में प्रेगनेंसी के दौरान बालों और नाखूनों में भी बदलाव देखा जाता है। कई बार बाल ज्यादा झड़ने शुरू हो जाते हैं, कई बार चीजें इसके विपरीत भी हो सकती हैं।
तो ये थे प्रेगनेंसी के दौरान आने वाले शारीरिक बदलाव ।