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जिस तरह जेनरेशन बदल रहा है, वक्त बदल रहा है उसी तरह समाज को अपनी सोच बदलनी चाहिए। लेकिन समाज की सोच बदलने के लिए पहले खुद को बदलना जरूरी है। अपनी पसंद की चीज करना कोई गलत काम नहीं है। 5 बातें जो हर मर्द को पता होनी चाहिए।
1. इमोशन एक्सप्रेस करने में कोई बुराई नहीं
अगर कोई मर्द रो दे तो सभी उसे डांटने लगते है कि तुम लड़की की तरह क्यों रो रहें हो। लेकिन मैं एक बात पूछना चाहती हूं कि क्या इमोशंस लड़कियों में होता है लड़कों में नहीं ? रोने से कोई मर्द कमजोर नहीं हो जाता है या वो लड़की नहीं बन जाता है।
रोना या सेंसिटिव होना गलत नहीं है समाज की बात मानकर अपने इमोशंस को छुपाना गलत है। वही आपको यह बात बता दें कि ना रोने से कई तरह दिमागी दिक्कतें भी हो सकती हैं। इसलिए समाज से पहले आप को समझने की जरूरत है कि रोना या इमोशन एक्सप्रेस करना नॉर्मल है।
2. अपनी रिस्पांसिबिलिटी बांटे
बचपन से लड़कों को सिखाया जाता है कि तुम्हें बड़े होकर अपने परिवार को संभालना है। लेकिन क्यों ? घर की बेटी भी अपने परिवार की रिस्पांसिबिलिटी संभाल सकती है तो सिर्फ मर्द के कंधों पर सारा बोझ क्यों डाला जाएं। यही बात एक आदमी को भी समझना जरूरी है कि आपकी बहन या आपकी पत्नी भी आपका बोझ बांट सकती है। आपके बोझ बांटने से आपकी मर्दानगी कम नहीं हो जाएगी।
3. घर के काम करने में कोई बुराई नहीं है
कोई भी मर्द घर के कामों में ज्यादा दिलचस्पी नहीं रखते है। क्योंकि उन्हें लगता है कि यह काम सिर्फ महिलाओं के लिए है। और लोग भी इस बात को बढ़ावा देते हैं की मर्द का घर का काम करना गलत है। आज के जनरेशन में महिला घर के काम के साथ अपने ऑफिस को भी संभालती है। तो मर्द को करने में क्या दिक्कत है ? क्या मर्द औरतों के जितना सक्षम नहीं है कि वह दोनों चीज संभाल सकें ?
घर के काम करने से कोई अपनी मर्दानगी नहीं खो देता। खाना बनाना या घर को साफ रखना यह काम सबको आना चाहिए।
4. मेकअप सिर्फ लड़कियों के लिए नहीं है
ऐसा कहां लिखा है कि लड़कियां ही सिर्फ मेकअप का इस्तेमाल कर सकती है। मेकअप का इस्तेमाल करना नहीं करना वह किसी भी व्यक्ति के पसंद ना पसंद पर निर्भर करता है। यहां तक की अभिनेता भी अच्छे दिखने के लिए मेकअप का इस्तेमाल करते हैं, तो यह कैसे गलत हुआ। सुंदर दिखने का हक महिला और पुरुष दोनों को है। इसीलिए मर्द का बैकअप इस्तेमाल करने में कोई बुराई नहीं है।