Body Positivity: इन 5 तरीकों से अपने बच्चों को सिखाएं बॉडी पॉजिटिविटी

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Swati Bundela
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1. अर्ली इयर्स से करें शुरुवात


कई बार पेरेंट्स को लगता है की बच्चों से बॉडी इमेजेज के बारे में जल्दी बात करने का कोई मतलब नहीं बनता क्योंकि वो इन सबको समझ नहीं पाएंगे। लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है क्योंकि बच्चे अपने अर्ली इयर्स से ही काफी ऑब्सेर्विंग होते हैं। बच्चे बहुत इनोसेंट होते हैं और वो किसी भी चीज़ के इन्फ्लुएंस में जल्दी आ सकते हैं।
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2. बच्चों को उनकी बॉडी के बारे में समझाएं


अगर आपको ये समझ में नहीं आ रहा है की बच्चों के साथ बॉडी पॉजिटिविटी के कन्वर्सेशन को कैसे स्टार्ट करें तो शुरुवात के लिए उन्हें उनकी बॉडी के बारे में बताना ही सही रहेगा। बच्चों को उनके बॉडी पार्ट्स के बारे में बताएं और उन्हें उन सब को आइडेंटिफाई करने के लिए भी कहें। उन्हें ये भी समझाएं की किस बॉडी पार्ट का क्या फंक्शन है है। इस तरह बच्चे अपने बॉडी को भी जल्दी अप्प्रेषियेट करने लगेंगे।
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3. हेल्थ को वेट से ज़्यादा प्रायोरिटी दें


बॉडी पॉजिटिविटी का सबसे बड़ा रूल है की आप अपने वेट से पहले हेल्थ को प्रायोरिटी दें। अपने बच्चों को उनके वेट के लिए कभी शेम्ड फील ना होने दें। इसके साथ ही साथ इस बात का भी ख्याल रखें की अपने बच्चे को ओबेसिटी की तरफ भी जाने ना दें। अपने बच्चों को ये भी सिखाएं की किसी को उसके वेट के बेसिस पर जज करना गलत है और ऐसा कभी भी नहीं करना चाहिए।
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4. बच्चों के लिए एक अच्छा रोल मॉडल बनें


बच्चे वही करते हैं जो वो बड़ों को करता देखते हैं इसलिए एक पैरेंट के हिसाब से सबसे ज़रूरी है अपने बच्चे के लिए रोल मॉडल बनना। इसलिए अपनेआप में बॉडी
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पॉजिटिविटी को शामिल करें और खुद को लेकर कॉंफिडेंट रहें। आप जब ऐसा करेंगे तब आपके बच्चे भी इस चीज़ को सीखेंगे और खुद को अप्प्रेषियेट करेंगे।

5. अपने बच्चे को सब तरह के शेप और साइज को रेस्पेक्ट करना सिखाएं

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आपके बच्चे के लिए सबसे ज़रूरी लेसन है हर शेप और साइज को रेस्पेक्ट करना सीखना। बॉडी पॉजिटिविटी का मतलब ही है सेल्फ कॉन्फिडेंस को बढ़ाना और इसके लिए बहुत ज़रूरी है की हर कोई है किसी की शेप और साइज को रेस्पेक्ट दें। अपने बच्चे को शुरू से ही एक एक्सपोज्ड एनवायरनमेंट दें जहाँ वो सबको बिना शेप और साइज के प्रेज्यूडिस के समझ पाए।
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