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जानिए बच्चों को चोट लगने से बचाने के टिप्स (bacchon ko chot lagne se bachane ke tips ) -
1.बच्चे को जलने से बचाने के लिए
बर्न यानी जलना सबसे आम लेकिन बहुत दर्दनाक चोट होती हैं।स्टोव, लैंप, माचिस, जलाई हुई सिगरेट, फायरप्लेस,मोमबत्ती, गर्म सतहों या सामानों को छूना, जैसे कि स्टोव, हीटर और माइक्रोवेव कंटेनर, गर्म तरल और स्टीम पॉट, कप, गर्म पानी के हीटर और नहाने के गर्म पानी से बच्चे जल सकते हैं।
सुरक्षा के लिए टिप्स -
- वॉटर हीटर सेट करें जो 120 डिग्री फेरानहाइट से अधिक नहीं हैं।
- चूल्हे पर खाना पकाने के बाद कभी न छोड़ें। बर्तन के हैंडल को बच्चे के पहुंच से दूर रखें। किचन में बच्चों को अकेला न जाने दें।
- अपने घर में स्मोक अलार्म लगा कर रखें।
- जब भी कैंडल या कोई दीया जलाएं तो बच्चे को वहां अकेला न छोड़ें।
- जब छोटे बच्चे घर में हों, तो आपको जलने से बचाने वाला मरहम पहले से ही घर में रखना चाहिए। न केवल जलने से बचाने वाली क्रीम बल्कि चोट को ठीक करने वाला मरहम भी घर में मौजदू रखना चाहिए।
2. बच्चे को इलेक्ट्रिक स्विच के चोट से बचाने के लिए
अक्सर बच्चे इलेक्ट्रिक स्वीच के टक-टक की आवाज सुन कर आकर्षित होते हैं ,और बार-बार स्वीच को ऑन-ऑफ करना चाहते हैं। ऐसा करने से कभी भी बच्चे को करंट का झटका लग सकता है। साथ ही अगर स्वीच ऊपर है, तो बच्चा उसे पाने के चक्कर में गिर भी सकता है। ऐसे में कोशिश करें कि इलेक्ट्रिक स्वीच बच्चे के पहुंच से दूर लगा हो।
3. बच्चे को गिरने से बचाने के लिए
बच्चों को सबसे ज्यादा चोटें गिरने के कारण लगती हैं। कई बार बचपन में गिरने से लगी चोट बच्चों में आगे चलकर समस्या खड़ी कर देती हैं। इसलिए ध्यान रखें कि यदि बच्चे के सिर में चोट लगी हैं,तो उसे तुरंत ही मरहम लगाएं। यदि चोट लगने से और ब्लड न निकले तो तुरंत ही ठंडे पानी से थपकी दें। इससे चोट लगने पर ब्लड नहीं जमता हैं।
सुरक्षा के लिए टिप्स -
- यदि बच्चें को गिरने से बचाना चाहते हैं, तो उसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। आमतौर पर बच्चें टेबल और बेड से गिर सकते हैं। ऐसे में बच्चें को कभी भी बेड पर अकेला न छोड़ें। अगर छोड़ना भी हैं, तो गद्दे और तकिया लगा कर चारों तरफ से बच्चें को सुरक्षित कर दें।
- दूसरी मंजिल पर ऊंची खिड़कियों में विंडो गार्ड लगा दें।
- बच्चें को कभी भी छत पर अकेला न छोड़ें।
4.बाथटब में डूबने से बचाने के लिए
अक्सर खबर आती है कि छोटा बच्चा टब में डूबने के कारण मर गया। ऐसा होता है पेरेंट्स की लापरवाही के कारण। वे टब या बाल्टी में पानी भर कर छोड़ देते हैं और बाथरूम का दरवाजा लॉक नहीं करते हैं। ऐसे में बच्चा अगर वहां जाता है तो पानी से खेलने के चक्कर में उसमें गिर जाता है। नहलाते हुए बच्चें को छोड़कर कभी न जाएं, कुछ लोग अक्सर बच्चें को पानी के पास छोड़कर फोन रिसीव करने या कोई और काम करने चले जाते हैं। लेकिन यह आपके बच्चे के लिए बहुत बड़ी लापरवाही साबित हो सकती हैं |
सुरक्षा के लिए टिप्स -
- वॉशरूम, बाथटब, और बाल्टी में पानी के आसपास छोटे बच्चों को न जाने दें।
- सुनिश्चित करें कि गर्म टब, स्पा और स्विमिंग पूल आपके बच्चे की पहुंच से दूर हैं।
- अपने बच्चें को फॉउन्टेंसऔर कुओं से दूर रखें।
- जब भी वह पानी के आसपास खेल रहा हो, अपने बच्चें पर नजर बनाए रखें।
5. बच्चे को कटने वाली चोट से बचाने के लिए
अक्सर हम कैंची या चाकू कहीं भी रख के भूल जाते हैं। जब उस पर बच्चें की नजर पड़ती हैं ,तो वह उससे खेलने लग जाता हैं। ऐसे में अक्सर बच्चें चोटिल हो जाते हैं। कभी-कभी यह गंभीर घटना को जन्म देती हैं। पेपर काटने वाला नाइफ या ब्लेड भी लोग अक्सर कॉपी -किताब रखने वाली जगह पर रखकर भूल जाते हैं। बच्चे खेलते हुए अक्सर ये सभी चीजें उठा लेते हैं। यह बहुत नुकीला होता है , इससे धारदार चोट लगने की संभावना होती हैं। यदि बच्चें को इस तरह से चोट लग जाती है, तो तुरंत ही डिटॉल या एंटीसेप्टिक लगाना चाहिए।
सुरक्षा के लिए टिप्स -
- बच्चे को किचन से दूर रखें, हो सके तो चाकू स्टैंड को बच्चे की पहुंच से ही दूर रखें।
- बच्चे को खेलने के लिए कभी भी कोई धारदार चीज न दें।
- अगर बच्चा स्कूल जाता है तो अपनी देखरेख में ही कैंची संबंधी क्राफ्ट का काम कराएं।
- घर में मौजूद सुई और कील को एक डिब्बे में बंद करके रखें।
ये हैं अपने बच्चों को चोट लगने से बचाने के टिप्स । इन्हें अपनाएं और अपने बच्चों को हंसते-खिलखिलाते बचपन को सेफ्टी के साथ एंजॉय करने दें।
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