Best Place To Visit Diwali In India: भारत, त्योहारों की भूमि है, जहाँ हर पर्व अपनी अनूठी परंपराओं और सांस्कृतिक धरोहर के साथ मनाया जाता है। इन त्योहारों में सबसे खास और महत्वपूर्ण है दीवाली, जिसे "रोशनी का पर्व" कहा जाता है। दीवाली केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं, बल्कि यह भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता और मान्यताओं का प्रतीक भी है। हर कोने में दीवाली का जश्न अपने अलग रंग और अंदाज में मनाया जाता है।
जहाँ एक ओर कुछ स्थानों पर दीवाली धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण होती है, वहीं दूसरी ओर कुछ शहरों में इसे सामाजिक और सांस्कृतिक उत्सव के रूप में देखा जाता है। भारत के कई ऐसे शहर हैं, जहाँ दीवाली के दौरान पूरे वातावरण में एक विशेष ऊर्जा और उल्लास देखने को मिलता है। हर जगह की अपनी अलग रीति-रिवाज और परंपराएं होती हैं, जो दीवाली के जश्न को अनोखा बनाती हैं।
इन खास शहरों में दीवाली का माहौल और रौनक इतनी अद्भुत होती है कि दूर-दूर से पर्यटक यहाँ आकर इस रोशनी के पर्व का हिस्सा बनते हैं। चाहे वह वाराणसी की गंगा आरती हो, जयपुर के बाजारों की जगमगाहट हो या अयोध्या में दीपों की अद्वितीय श्रृंखला—हर जगह की दीवाली का अनुभव अविस्मरणीय होता है।
भारत के विशेष शहर, जहाँ दीवाली का जश्न देखने लायक होता है
वाराणसी
वाराणसी की दीवाली विश्व प्रसिद्ध है। यहाँ की गंगा आरती और घाटों की रौशनी का दृश्य हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देता है। हजारों दीयों से सजी गंगा आरती के साथ पूरा शहर एक दिव्य वातावरण में डूब जाता है। घाटों पर होने वाली आतिशबाजी इस अनुभव को और भी यादगार बना देती है।
जयपुर
राजस्थान की राजधानी जयपुर में दीवाली के मौके पर पूरे शहर को दीपों और रोशनी से सजाया जाता है। खासतौर पर यहाँ के बाज़ार जैसे चौड़ा रास्ता, त्रिपोलिया बाज़ार, और जौहरी बाज़ार रंग-बिरंगी लाइट्स और सजावट से चमकते हैं। जयपुर के राजसी महलों में दीवाली का विशेष महत्व होता है, जहाँ रौशनी और आतिशबाजी का अद्भुत नज़ारा देखने को मिलता है।
अमृतसर
अमृतसर में दीवाली के साथ-साथ बंदी छोड़ दिवस भी मनाया जाता है, इसलिए यहाँ की दीवाली का अलग ही महत्व है। स्वर्ण मंदिर को दीयों और रोशनी से सजाया जाता है, और उसके साथ मंदिर की झील में रोशनी का प्रतिबिंब एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है। गुरुद्वारा में दीवाली की रात को आतिशबाजी होती है, जो पूरे शहर को प्रकाशमय कर देती है।
कोलकाता
कोलकाता में दीवाली के साथ काली पूजा का विशेष महत्व होता है। यहाँ के मंदिरों और घरों को सजाने के साथ, काली मां की प्रतिमाओं की पूजा होती है। रात भर दीये जलाए जाते हैं और रंग-बिरंगी लाइट्स से पूरा शहर सजीव हो उठता है। यहाँ की आतिशबाजी भी बहुत लोकप्रिय है।
अयोध्या
भगवान राम की नगरी अयोध्या में दीवाली का अलग ही महत्व है। कहा जाता है कि भगवान राम के अयोध्या लौटने पर यहाँ दीपोत्सव का आयोजन हुआ था। अयोध्या में आज भी दीवाली पर लाखों दीये जलाए जाते हैं, और सरयू नदी के किनारे होने वाली आरती व आतिशबाजी का दृश्य मंत्रमुग्ध कर देने वाला होता है।