/hindi/media/post_banners/33TgWtsXqmyzW5EYWVU8.jpg)
/filters:quality(1)/hindi/media/post_banners/33TgWtsXqmyzW5EYWVU8.jpg)
कोरोना के कारण दुनिया भर में पहले ही बहुत सी समस्याएं बढ़ रहीं हैं। कोरोना की दूसरी लहर में कई मरीजों को ऑक्सीजन की कमी भी झेलनी पड़ रही है। लेकिन अब ब्लैक फंगस नाम का एक इन्फेक्शन
ब्लैक फंगस एक फंगल इंफेक्शन है जो की करुण शरीर में मरीजों के तेजी से पैर पसार रहा है। इस इंफेक्शन को mucormycosis भी कहते हैं। फंगस ज्यादातर नाक, फेफड़े, आंखें और दिमाग पर प्रभाव डालता है।
डायबिटीज के मरीजों को भी ब्लैक फंगस इंफेक्शन बहुत तेजी से फैल रहा है जिसके कारण कोरोना वायरस से सही होने वाले मरीज भी इसकी चपेट में आ रहे हैं।
ब्लैक फंगस ज्यादातर steroids की वजह से फैलता है जोकि कोरोनावयरस के मरीजों को बचाने के लिए ट्रीटमेंट में इस्तेमाल किया जाता है।
Steroids के कारण फेफड़ों में इंफेक्शन कम होता है और वायरस के कारण शरीर में हुई हानि को भी सही करता है। पर इसके कारण इम्यूनिटी कम हो जाती है और ब्लड प्रेशर भी ऊपर पहुंच जाता है।
देश के कई हिस्सों में फंगस के कारण कई लोगों की जान जा चुकी है। गुजरात में अभी तक ब्लैक फंगस के 100 केस जा चुके हैं, महाराष्ट्र में ब्लैक फंगस के कारण 52 लोगों की मौत हुई है और इसी तरह सहित बाकी अन्य राज्यों में भी इस फंगल इंफेक्शन से काफी समस्याएं देखने को मिल रही है।
कोरोना के इस कठिन समय में जहाँ ब्लैक फंगस और ऑक्सीजन की कमी जैसी समस्याएं देखने को मिल रही है उसी तरफ देश में कोरोना के नए केस इसने भी धीरे-धीरे गिरावट आ रही है।
तेजी से चल रहा है आइए जानते हैं ब्लैक फंगस क्या है और ब्लैक फंगस के लक्षण क्या है ।
ब्लैक फंगस क्या है ?
ब्लैक फंगस एक फंगल इंफेक्शन है जो की करुण शरीर में मरीजों के तेजी से पैर पसार रहा है। इस इंफेक्शन को mucormycosis भी कहते हैं। फंगस ज्यादातर नाक, फेफड़े, आंखें और दिमाग पर प्रभाव डालता है।
डायबिटीज के मरीजों को भी ब्लैक फंगस इंफेक्शन बहुत तेजी से फैल रहा है जिसके कारण कोरोना वायरस से सही होने वाले मरीज भी इसकी चपेट में आ रहे हैं।
ब्लैक फंगस के लक्षण
- आँखों के नीचे लाल होना, आँखों में दर्द
- बुखार
- सिर दर्द
- खून की उल्टियां
- साँस लेने में दिक्कत
- मानसिक स्वास्थ्य का बिगड़ना
- खाँसी
- नाक का रंग बदलना
कोरोना के साथ ब्लैक फंगस का क्या नाता है ?
ब्लैक फंगस ज्यादातर steroids की वजह से फैलता है जोकि कोरोनावयरस के मरीजों को बचाने के लिए ट्रीटमेंट में इस्तेमाल किया जाता है।
Steroids के कारण फेफड़ों में इंफेक्शन कम होता है और वायरस के कारण शरीर में हुई हानि को भी सही करता है। पर इसके कारण इम्यूनिटी कम हो जाती है और ब्लड प्रेशर भी ऊपर पहुंच जाता है।
देश में ब्लैक फंगस से होने वाली मौतों का आंकड़ा
देश के कई हिस्सों में फंगस के कारण कई लोगों की जान जा चुकी है। गुजरात में अभी तक ब्लैक फंगस के 100 केस जा चुके हैं, महाराष्ट्र में ब्लैक फंगस के कारण 52 लोगों की मौत हुई है और इसी तरह सहित बाकी अन्य राज्यों में भी इस फंगल इंफेक्शन से काफी समस्याएं देखने को मिल रही है।
कोरोना के इस कठिन समय में जहाँ ब्लैक फंगस और ऑक्सीजन की कमी जैसी समस्याएं देखने को मिल रही है उसी तरफ देश में कोरोना के नए केस इसने भी धीरे-धीरे गिरावट आ रही है।