माँ का दूध नवजात शिशु के लिए बहुत अच्छा होता है।यह उसके लिए अमृत के सम्मान है। पहले 6 महीने बच्चे को माँ का पीला गाढ़ा दूध ही पिलाना चाहिए।पहले समय में इतनी जानकारी ना होने के कारण जन्म के तुरंत बाद जो पहली बार पीले रंग का दूध आता है जिसे फ़र्स्ट मिल्क-कलॉस्ट्रम कहते है उसको निकाल कर फेंक देते थे लेकिन यह बच्चों के लिए बहुत ज़रूरी होता है।यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफ़ोर्निया की रीसर्च में वैज्ञानिकों के मुताबिक़ ब्रेस्ट्फ़ीडिंग से बच्चे पर ही नहीं माँ के शरीर पर भी सकारात्मक असर पड़ता है।आज हम जानेंगे कि माँ के दूध पीने के क्या फ़ायदे हैं।
बच्चे के लिए माँ का दूध ही क्यों?
माँ का दूध गुणों की खान हैं। इसमें प्रोटीन, मिनरल, एंटीबॉडी, लिपिड, कैल्सीयम ऐसे बहुत से अच्छे तत्व होतें है जो बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास में मदद करते हैं।पहले 6 महीने तक शिशु को माँ का पीला दूध ही पिलाना चाहिए।यह माँ और बच्चे दोनों कि लिए बहुत फ़ायदेमंद हैं।
Breastfeeding Benefits:माँ के दूध पीने के फ़ायदे-
1. इम्यून सिस्टम-
माँ के दूध पीने के बहुत फ़ायदे हैं। उनमें से एक फ़ायदा यह हैं कि बच्चे के इम्यून सिस्टम को बढ़ाता हैं।माँ के दूध में इम्यूनोग्लोब्यूलीन ज़्यादा होता है जिससे बच्चे के रोगों के प्रति लड़ने की क्षमता को बढ़ाता हैं।जो बच्चा जन्म के पहले घंटे में माँ के दूध का सेवन करता हैं उसका कम उम्र में मौत का ख़तरा 20% कम हो जाता है।
2. नूट्रिशन से भरा
ब्रेस्ट मिल्क गुणों से भरा होता है इसमें इसमें प्रोटीन, मिनरल, एंटीबॉडी, लिपिड, कैल्सीयम ऐसे बहुत से अच्छे तत्व होतें है जो बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास में मदद करते हैं।
3. माँ बच्चे को कभी भी दूध पिला सकती है
माँ बच्चे को कभी भी बिना किसी की मदद लिए जब बच्चे को भूख लगे उसे अपना दूध पिला सकती हैं।उसे कोई बोट्टल के दूध पर निर्भर होने की ज़रूरत नहीं है।
4. पाचन में मदद करता है-
माँ का दूध बच्चे की पाचन शक्ति बढ़ाने में मदद करता हैं।नवजात शिशु का पाचन तंत्र बहुत क़मज़ोर होता है।इसलिए माँ का दूध ही देना चाहिए इसमें बच्चे को सभी पोष्टिक आहार मिल जातें हैं जो उसको चाहिए।
5. आईक्यू अधिक होता है-
बच्चों में आईक्यू(IQ) को बढ़ाने में माँ का दूध बहुत अच्छा है। इसमें कोलेस्ट्रोल और अन्य फ़ैट कम होते है। इसलिए नवजात बच्चे को माँ का दूध ही दे।
6. सक्रंमण का ख़तरा कम हो जाता है-
माँ का दूध पीने से बच्चे में 60% तक सक्रंमण का ख़तरा कम हो जाता है। उसका इम्यून सिस्टम मज़बूत होता है।जिसके कारण बच्चे में डायरिया का ख़तरा भी कम हो जाता है।