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आपने ज़्यादातर घरों में देखा होगा कि माता पिता अपने बच्चों पर शादी के लिये दबाव बनाते हैं, खासकर लड़कियों पर। उनका मानना है कि शादी करके हम सेटल हो जाएंगे या खुश रहेंगे। मगर सच्चाई इससे बिल्कुल अलग है। ज़बरदस्ती शादी करना कभी सही नहीं होता और इससे हमारा जीवन बहुत प्रभावित होता है। डिवोर्स का यह भी एक बहुत बड़ा कारण है, जहाँ आप तालमेल बिठाने की कोशिश तो करते हैं लेकिन अगर सामने वाला ही आपके लिये सही इंसान ना हो तो यह असंभव हो जाता है। तो आइए जानते है लड़कियों के नज़रिये से कि उनकी लाइफ में करियर शादी से पहले क्यों आता है और शादी से ज़रूरी करियर क्यों है
पहले के ज़माने और आज में काफी फर्क आया है। जहां पहले लड़कियों की पढ़ाई को महत्व नहीं दिया जाता था वहीं आज लड़कियां खुद को लेकर काफी जागरुक है और अपने जीवन की कश्ती को खुद संभालती हैं। एक अच्छे करियर का होना मतलब हमें financially और emotionally किसी पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा और हम अपनी ज़िंदगी को काफी हद तक अपने तरीके से जी पाएँगे।
एक करियर होने का मतलब हमारी ज़िंदगी महज घर तक नहीं सिमट जाएगी और हम अपने आप को आज़ाद महसूस करेंगे।
कई बार जीवन में ऐसे मोड़ आते हैं जहां पैसों का होना बहुत ज़रूरी है जैसे मेडिकल इमरजेंसी या पढ़ाई का खर्च। ऐसे मौकों पर अगर घर में सिर्फ एक आदमी कमाए तो बोझ बहुत बढ़ जाता है। ऐसे में अगर घर की औरतें financially स्टेबल हों और पैसों को manage करना जानती हों तो ज़िंदगी काफी हद तक आसान हो जाती है।
जैसे कि आप एक लाइफ insaurance प्लान कर सकती हैं या खुद का घर जल्दी खरीद सकती हैं, या बुढ़ापे में parents की जिम्मेदारी बेहतर तरीके से उठा सकती हैं।
माता पिता को समझना चाहिये की हमारी खुद की पहचान होना एक बहुत ज़रूरी पहलू है क्योंकि मैं नहीं चाहती कि ज़िंदगी भर अपने पिता, भाई या पति के नाम से ही जानी जाऊँ। एक करियर का होना मुझे एक अलग पहचान देता है। जब लोग मुझे मेरे पिता या पति के नाम से नहीं मेरे खुद के नाम से जानेंगे, तो अपने आप में एक आज़ाद होने की भावना आती है।
शादी इन्तज़ार कर सकती है क्योंकि यह एक बहुत ज़रूरी फैसला है। ऐसा इंसान जिसके साथ पूरी ज़िंदगी जीनी है यह फैसला इतना आसान नहीं और मैं इसे काफी सोच समझ कर लेना चाहती हूँ।
अगर एक लड़की अपना करियर बनाना चाहती है और इंडिपेंडेंट होना चाहती है तो परिवार को उसका पूरा सपोर्ट करना चाहिये और हौसला बढ़ाना चाहिये ना की उसे शादी का दबाव डालना चाहिए। काम करना हमें सशक्त करता है और अपनी ज़िंदगी से जुड़े सही फैसले लेने में मदद करता है। और तो और अगर आप अपने देश की 50% आबादी को काम करने का हौसला नहीं देंगे तो देश कैसे आगे बढ़ सकेगा?
काम करना और करियर बनाना सशक्त करने के साथ साथ ये भी बताता है कि एक लड़की सिर्फ खाना बनाने और बच्चे संभालने के लिये नहीं बनी।
माता-पिता को समझना चाहिये कि अगर उनकी लड़की काम करती है तो वो अपने साथ साथ अपने जैसी कितने ही लोगों को हौसला देती है, वो काम करती है अपने लिए, अपनी खुशी, संतुष्टि और आज़ादी के लिए।
करियर हमें इंडिपेंडेंट बनाता है
पहले के ज़माने और आज में काफी फर्क आया है। जहां पहले लड़कियों की पढ़ाई को महत्व नहीं दिया जाता था वहीं आज लड़कियां खुद को लेकर काफी जागरुक है और अपने जीवन की कश्ती को खुद संभालती हैं। एक अच्छे करियर का होना मतलब हमें financially और emotionally किसी पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा और हम अपनी ज़िंदगी को काफी हद तक अपने तरीके से जी पाएँगे।
एक करियर होने का मतलब हमारी ज़िंदगी महज घर तक नहीं सिमट जाएगी और हम अपने आप को आज़ाद महसूस करेंगे।
अपने परिवार को financially बेहतर सपोर्ट मिलती है
कई बार जीवन में ऐसे मोड़ आते हैं जहां पैसों का होना बहुत ज़रूरी है जैसे मेडिकल इमरजेंसी या पढ़ाई का खर्च। ऐसे मौकों पर अगर घर में सिर्फ एक आदमी कमाए तो बोझ बहुत बढ़ जाता है। ऐसे में अगर घर की औरतें financially स्टेबल हों और पैसों को manage करना जानती हों तो ज़िंदगी काफी हद तक आसान हो जाती है।
जैसे कि आप एक लाइफ insaurance प्लान कर सकती हैं या खुद का घर जल्दी खरीद सकती हैं, या बुढ़ापे में parents की जिम्मेदारी बेहतर तरीके से उठा सकती हैं।
मेरी खुद की एक पहचान होगी
माता पिता को समझना चाहिये की हमारी खुद की पहचान होना एक बहुत ज़रूरी पहलू है क्योंकि मैं नहीं चाहती कि ज़िंदगी भर अपने पिता, भाई या पति के नाम से ही जानी जाऊँ। एक करियर का होना मुझे एक अलग पहचान देता है। जब लोग मुझे मेरे पिता या पति के नाम से नहीं मेरे खुद के नाम से जानेंगे, तो अपने आप में एक आज़ाद होने की भावना आती है।
शादी इन्तज़ार कर सकती है क्योंकि यह एक बहुत ज़रूरी फैसला है। ऐसा इंसान जिसके साथ पूरी ज़िंदगी जीनी है यह फैसला इतना आसान नहीं और मैं इसे काफी सोच समझ कर लेना चाहती हूँ।
अगर एक लड़की अपना करियर बनाना चाहती है और इंडिपेंडेंट होना चाहती है तो परिवार को उसका पूरा सपोर्ट करना चाहिये और हौसला बढ़ाना चाहिये ना की उसे शादी का दबाव डालना चाहिए। काम करना हमें सशक्त करता है और अपनी ज़िंदगी से जुड़े सही फैसले लेने में मदद करता है। और तो और अगर आप अपने देश की 50% आबादी को काम करने का हौसला नहीं देंगे तो देश कैसे आगे बढ़ सकेगा?
काम करना और करियर बनाना सशक्त करने के साथ साथ ये भी बताता है कि एक लड़की सिर्फ खाना बनाने और बच्चे संभालने के लिये नहीं बनी।
माता-पिता को समझना चाहिये कि अगर उनकी लड़की काम करती है तो वो अपने साथ साथ अपने जैसी कितने ही लोगों को हौसला देती है, वो काम करती है अपने लिए, अपनी खुशी, संतुष्टि और आज़ादी के लिए।
पढ़िए : लड़कियों के लिए करियर के रूप में खेल को चुनना स्वाभाविक होना चाहिए – सानिया मिर्ज़ा