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क्या जिंदगी बिताने के लिए औरत को मर्द का सहारा चाहिए?

ओपिनियन | ब्लॉग: हर औरत के जीवन में एक ऐसा मोड़ आता है जब उसे किसी मर्द पर निर्भर होना पड़ता है लेकिन आज के युग में ऐसी कई औरतें हैं जिन्होंने इस बात का अर्थ ही बदल डाला कि अगर और चाहे तो अपने बलबूते पर आगे बढ़ सकती हैI

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Sukanya Chanda
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Do Girls Need A Man To Spend Life? (Mex Lifestyle)

Do Girls Need A Man To Spend Life?: हाल ही में रणवीर अलाहाबादियां के पॉडकास्ट शो 'बियर बायसेप्स' में बॉलीवुड अभिनेत्री नीना गुप्ता ने फेमिनिज्म, जेंडर इक्वलिटी जैसे कई मुद्दों पर अपनी राय रखी उनमें से एक बात उन्होंने यह भी कहीं कि "एक औरत को मर्द की ज़रूरत हैI" जीवन के इस दौड़ में हर औरत के मनोकामना अवश्य होती है किसी साथी की लेकिन क्या यह सर्वदा ही होता है? नीना गुप्ता ने हमेशा किसी और की परवाह न करते हुए बेबाक होकर अपना नज़रिया सबके सामने रखा हैI लेकिन एक औरत को मर्द की आवश्यकता है यह कितने हद तक उचित है?

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क्यों ज़रूरत है एक औरत को मर्द की?

यह सच है कि जन्म के बाद से लड़कियों की परवरिश एवं उनके पालन पोषण के लिए वह अपने पिता पर निर्भर होती है और ज्यादा बड़े होने पर एक साथी के लिए अपने पति परI यदि जीवन बिताने की बात हो तो हां यह सच है कि अपने शारीरिक और मानसिक विकास के लिए हर व्यक्ति एक साथी की तमन्ना अवश्य रखता हैI यदि जीवन के इस दौड़ में एक साथी का साथ मिल जाए तो जीवन के मायने ही बदल जाते हैI आखिर नारी को अपना परिवार बसाने की ख्वाहिश हो ही सकती है लेकिन ज़रूरी नहीं की हर नारी की इच्छा एक जैसी होI आखिर हमारे लिए जीवन में किसी पुरुष का साथ एक इच्छा ज़रूर हो सकती है लेकिन आवश्यकता नहींI 

क्या सच में ज़रूरत है औरत को एक मर्द की?

आज के युग में जहां महिलाएं ही अपने परिवार को संभाल रही है, ऐसी कई महिलाएं है जो अपने बच्चे की परवरिश खुद ही कर रही है और इसका सबसे बड़ा उदाहरण है खुद नीना गुप्ता जी जिन्होंने समाज की ना सोचकर सर्वदा अपने दिल की सुनी और अपनी मेहनत के दम पर अपनी बेटी की परवरिश भी कीI सिर्फ नीना गुप्ता जी ही नहीं बल्कि इंडस्ट्री की और एक शख्सियत जैसे की आशा पारेख, रेखा एवं तब्बूI ऐसी महिलाएं जिन्होंने अपनी बलबूते पर नाम कमाया और अपने शर्तों पर जिंदगी जीना सीखाI यह लोग आज करोड़ों महिलाओं के लिए एक रोल मॉडल है जिन्होंने हमें खुद से प्यार करना सिखाया और यह बताया कि बिना किसी साथी के आप अधूरे बिल्कुल नहीं हैI

ज़रूरी नहीं कि जीवन के इस लंबे सफर पर आपको एक साथी का साथ मिले लेकिन उससे आपके व्यक्तित्व और आपके आत्मविश्वास में कोई फर्क नहीं पड़नी चाहिए क्योंकि आप अकेले हो सकते है पर तन्हा नहींI अपनी कला और हिम्मत के आधार पर आप खुद को पूरा करते है चाहे किसी पुरुष का साथ हो या ना होI उसे अपनी चाहत बनाए लेकिन ज़रूरत नहींI हां! एक ऐसा मोड़ हर नारी के जीवन में आता है जब उसे अपने जीवनसाथी चुनना पड़ता है और उसी के साथ वह अपने आगे की जिंदगी तय करती हैI लेकिन क्या ऐसा होना हर बार अनिवार्य है? क्या एक पुरुष के बिना नारी का कोई महत्व नहीं है? आवश्य है! क्योंकि नारी अपने आप में पूर्ण हैI इसलिए खुद से प्यार करना सीखे, खुद को प्राथमिकता दे और खुद को पूरा समझेI यदि इस दौरान कोई ऐसा मिले जो, आप जैसी है वैसे ही आपको अपनाए तो उसका अपने जीवन में आवश्य स्वागत करे लेकिन यदि ऐसा कोई ना ही मिले तो समझिए आप खुद ही अपने लिए काफी हैI 

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