Effect Of Divorce On Children: शादी एक अटूट और खूबसूरत रिश्ता होता है पर कई बार शादियों में अनबन होने के कारण यह रिश्ता टूट भी जाता है। जब एक शादी का रिश्ता टूटता है तो यह सिर्फ पति और पत्नी को ही प्रभावित नहीं करता बल्कि उनके परिवार को भी प्रभावित करता है। साथ ही यह बच्चों पर भी बहुत अधिक असर डालता है क्योंकि अक्सर डाइवोर्स के बाद बच्चों की कस्टडी किसी एक माता या पिता के पास जाती है। ऐसे में बच्चे इन चीजों से काफी स्ट्रगल करते हैं। आईए जानते हैं कि बच्चों पर डाइवोर्स का क्या प्रभाव होता है?
बच्चों पर तलाक का क्या होता है प्रभाव?
1. कंफ्यूजन
तलाक के बाद अक्सर माता या पिता अपने बच्चे की कस्टडी के लिए लड़ते हैं या उनमें इस बात के लिए भी अनबन होती है। ऐसे में बच्चे अक्सर अपने माता और पिता को लेकर कन्फ्यूजन में आ जाते हैं। ऐसे समय में बच्चों के सामने किसी भी प्रकार की डिस्कशन ना करें। उन्हें इन सब बातों से दूर रखें और उन्हें हर बात को पेशेंस के साथ समझाएं।
2. मानसिक तनाव
घर परिवार और माता-पिता में होने वाले तनाव की चलते बच्चों पर भी काफी मानसिक तनाव आता है। जिससे उन्हें डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन आदि तकलीफों से गुजरना पड़ता है। कई बार बच्चों के मानसिक तनाव को कम करने के लिए माता-पिता को उन्हें काउंसलिंग या थेरेपी भी देनी पड़ती है।
3. पढ़ाई पर से फोकस डगमगाता है
मानसिक तनाव के चलते बच्चों का पढ़ाई पर से फोकस कर होने लग जाता है। जिसके कारण उनकी ग्रेड कम हो जाते हैं और करियर पर प्रभाव पड़ता है। इन सब तनाव की बातों और मसलों को अपने बच्चों से हटकर डिस्कस करें।
4. भावनाओं में परिवर्तन
अक्सर देखा जाता है कि बच्चों का रुख अपनी माता के ऊपर अधिक होता है और कई बच्चों में यह भी देखा जाता है कि वह अपने पिता को अधिक मानते हैं। जब तलक की बात होती है तो बच्चों में अक्सर इस प्रकार के भावनात्मक परिवर्तन आते हैं, वह यह सोचने लग जाते हैं कि शायद मेरे माता या पिता ठीक नहीं है जिसकी वजह से वह अलग हो रहे हैं। इसीलिए यह जरूरी है कि आप दोनों के बीच हुई अनबन को उनके सामने ना दोहराएं। हो सकता है कि एक पति और पत्नी होने के लिए आप एक दूसरे के साथ ना रह सके पर आप एक श्रेष्ठ माता और पिता है अपने बच्चों को यह बातें जरूर बताएं।
5. अकेलापन
बच्चे अपना अधिक से अधिक समय अपने माता-पिता के साथ गुजारते हैं पर तलाक के चलते हो रहे तनावों के कारण वह अपने माता-पिता से दूर होते चले जाते हैं और साथ ही वह अकेले रहने की कोशिश करते हैं। ऐसे में उनसे बात करें और उन्हें कंफर्ट करने की कोशिश करें।