Overcoming Gender Gap: हम अक्सर देखते हैं पुरुषों और महिलाओं के बीच एक सामाजिक अंतर बन चुका है। समाज में अक्सर हमने पुरुषों को महिलाओं के मुकाबले एक ऊंचे दर पर देखा जाता है। पर अब समय है कि हमें इस गैप को हटाना होगा। महिलाओं को हमें बराबरी का हक दिलाना होगा और महिलाओं को ही सशक्त भी बनाना होगा।
आज आपने सोचा है कि क्या कैसे हो सकती है महिलाएं सशक्त? इसका एक साधारण और महत्वपूर्ण उत्तर है, छोटे बिजनेस बनाकर, एंटरप्रेन्योरशिप करके। आइए जानते हैं कैसे?
जाने एंटरप्रेन्योरशिप कैसे कर रहा है महिलाओं को सशक्त (How Entrepreneurship Is Empowering Women)
खुद पर होगी रिस्पांसिबिलिटी
जब भी आप अपना एक बिजनेस खोलते हैं तो आप उसके हर डिसीजन के लिए जिम्मेदार होते हैं। ऐसी जिम्मेदारी आपको जीवन में हर डिसीजन लेने में मदद करती हैं। एंटरप्रेन्योरशिप आपको मदद करती है खुद जिम्मेदारी लेने पर। और यह जिम्मेदारी लेना आप को सशक्त बनाता है। और ऐसे ही आप पुरुष और महिलाओं के बीच के उस बड़े गैप को पूरा कर पाएंगे।
फाइनेंशियल स्टेबिलिटी (Financial Stability)
जब आप खुद का बिजनेस खोलते हैं तो आप एक अच्छी मात्रा में पैसे कमा रहे होते हैं और आपको पैसों के लिए किसी दूसरे व्यक्ति पर निर्भर नहीं होना पड़ता। जब आप किसी के ऊपर निर्भर नहीं होते तो आप जीवन को अपनी मर्जी के हिसाब से चला पाते हैं। और इसी वजह से ऐसे बिजनेस खोलना महिलाओं को सशक्त करने और उन्हें फाइनेंशली स्टेबल बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण स्टेप है।
आत्मविश्वास बढ़ाता है ( Increase Confidence)
जाने अनजाने में ही सही परंतु जब हम कोई ऐसा बड़ा काम करते हैं तो हमारा आत्मविश्वास भी बढ़ जाता है। जब हम अपना एक बिजनेस खोलते हैं तो हम समाज में अपनी एक अलग इज्जत बना लेते हैं और यह हमारे आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है। आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए एंटरप्रेन्योरशिप या किसी बिजनेस का भाग होना एक बहुत महत्वपूर्ण भाग है।
प्रेरणा का एक स्रोत
जब कोई महिला अपने दम पर एक बिजनेस या कोई बड़ी चीज हासिल कर ले तो वह ना जाने कितनी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा बन जाती है। एंटरप्रेन्योरशिप के जरिए महिलाएं अपने आसपास की महिलाएं और उनके बच्चों के लिए एक अहम प्रेरणा का स्रोत है। उन महिलाओं और बच्चों को भी यह लगता है कि वे अपने दम पर खुद का कुछ बड़ा बिजनेस या कोई बड़ा काम कर सकते हैं ।