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Exploitation In Bollywood: बॉलीवुड में महिलाओं का शोषण, कैसे होगा सुधार?

विभिन्न रिपोर्ट्स न्यूज आर्टिकल्स एवं कहानियां हमें यह बताती है कि बॉलीवुड में हरासमेंट कोई नई चीज नहीं है विभिन्न अभिनेत्रीयां अपने जीवन के अलग-अलग फेस में हैरेसमेंट फील करती हैं। इसमें सेक्सुअल हरासमेंट सबसे ऊपर रहा है।

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Aastha Dhillon
05 Dec 2022
Exploitation In Bollywood: बॉलीवुड में महिलाओं का शोषण, कैसे होगा सुधार?

Exploitation In Bollywood

देश में हर दिन महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों को लेकर कोई ना कोई नई रिपोर्ट सामने आती है। देश में हर लड़की को किसी ना किसी तरह के सेक्सुअल हैरेसमेंट का शिकार होना पड़ा है। सिर्फ आम ही नहीं कई खास और जानी- मानी महिलाओं ने भी अपनी जिंदगी में इस हालात का सामना किया है। अक्सर यह जाना जाता है कि महिलाओं के साथ किसी ना किसी प्रकार का शोषण हुआ है चाहे वह सेक्सुअल हैरेसमेंट हो या मानसिक एवं फाइनैंशल।

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बॉलीवुड से जुड़ी हुई गंदगी

विभिन्न रिपोर्ट्स न्यूज आर्टिकल्स एवं कहानियां हमें यह बताती है कि बॉलीवुड में हरासमेंट कोई नई चीज नहीं है विभिन्न अभिनेत्रीयां अपने जीवन के अलग-अलग फेस में हैरेसमेंट फील करती हैं। इसमें सेक्सुअल हरासमेंट सबसे ऊपर रहा है। अक्सर यह देखा जाता है कि प्रोड्यूसर एवं डायरेक्टर एक अच्छे रोल के लिए महिलाओं को सेक्सुअली एवं मेंटली हैरेस करते हैं। 

We owe it to ourselves to use #MeToo India movement to push for solutions -  SheThePeople TV
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रियलिटी टीवी शो बिग बॉस 16 में आने के बाद साजिद खान को बैकलेश का सामना करना पड़ा। इंडस्ट्री की कई हस्तियों ने शो में उनकी भागीदारी का विरोध करते हुए कहा है कि #MeToo के आरोपी को बिग बॉस जैसे शो में आने की अनुमति देने पर विरोध जाहिर किया था। शर्लिन चोपड़ा, रानी चटर्जी सहित कई सेलेब्स और अन्य जिन्होंने इसका शिकार होने का दावा किया था, उन्होंने अब अपना अनुभव साझा किया है। यहां वे सभी महिलाएं और सेलिब्रिटी हैं जिन्होंने साजिद खान पर यौन उत्पीड़न और दुराचार का आरोप लगाया था।

कैसे होगा सुधार?

जब हम इस गंदगी एवं हरासमेंट के बारे में सुनते हैं तो हमारे दिमाग में सिर्फ यही चीज आती है कि हम इन चीजों को कैसे ठीक करें एवं अपने समाज का सुधार कैसे करें। इसके लिए सबसे पहले कुछ ऐसी यूनियन एवं ऐसे संस्थान बनाने होंगे जो महिलाओं को उनका इक्वल राइट दिला सकें एवं उन्हें सक्षम बना सके कि वे अपने हक के लिए लड़े। वहीं दूसरी जगह ऐसे सख्त कानून बनाने चाहिए ताकि कोई भी पुरुष किसी भी प्रकार से किसी महिला का हैरेसमेंट ना कर सके एवं अगर ऐसा होता है तो उसे कड़ी से कड़ी सजा मिल सके।

हमें यह बात समझनी होगी कि हम एक भर्ती सोसाइटी का पार्ट है एवं उस सोसाइटी में ऐसी गंदगी ना हो। इस गंदगी को मिटाने के लिए हमें हर शख्स हम कदम लेना होगा जिसकी शुरुआत धीरे ही सही परंतु बुलंद हो कर करनी होगी ।

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