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Female Contraception: प्रेगनेंसी अवॉयड करने के लिए ये 7 कंट्रासेप्टिव डिवाइस यूज़ करें

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Swati Bundela
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एक कंट्रासेप्टिव डिवाइस का मतलब है एक ऐसी ऑब्जेक्ट जिसे यूज़ करने से हम प्रेगनेंसी को रोक सकते हैं। स्टेटिस्टिक्स के हिसाब से हमारे देश में प्रेगनेंसी अवॉयड करने का भार महिलाओं पर होता है। ऐसा इसलिए नहीं है क्योंकि मेन कंट्रासेप्शन के बारे में जानते नहीं हैं बल्कि इसलिए है क्योंकि उन्हें लगता है की ये एक फीमेल रिस्पांसिबिलिटी है। जानिए गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर सुदेशना रे से कुछ रिवर्सेबल कंट्रासेप्टिव डिवाइस बारे में:

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1. फीमेल डायफ्राम्स या सर्वाइकल कप्स



ये एक तरह के डिवाइस है जिसे हमें वजाइना में फिट करना पड़ता है। इनका शेप बिलकुल कप जैसा होता है जो थोड़ा शैलो या डीप होता है। इन्हें स्पेर्मिसायडल gel से भरा जाता है जो एक प्रकार का जेल है जो स्पर्म की एक्टिविटी को ख़त्म कर देता है। किसी भी सेक्सुअल इंटरकोर्स से पहले इसे इन्सर्ट करना ज़रूरी है। ये नॉन-हार्मोनल है और बस स्पर्म के लिए एक बैरियर का काम करता है। इसका फेलियर रेट है 17 प्रतिशत।

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2. फीमेल कॉन्डम्स



ये मेथड बहुत ज़्यादा लोकप्रिय होते जा रहा है क्योंकि ये फीमेल कॉन्डम्स बहुत आसानी से ऑनलाइन अवेलेबल है और इसके मदद से एक महिला अपने बॉडी को इन्फेक्शन और प्रेगनेंसी से बेहतर बचा पाती है। किसी भी सेक्सुअल इंटरकोर्स के 8 गहनते पहले इसे वजाइना में इन्सर्ट करना पड़ता है। सेक्स के तुरंत बाद इसे डिस्कार्ड करना ज़रूरी है। इसकी फेलियर रेट है 14 प्रतिशत। सिर्फ यही कंट्रासेप्टिव डिवाइस आपको सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन से बचा सकता है।
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3. फीमेल कंट्रासेप्टिव स्पंज



ये एक तरह का सॉफ्ट डिस्क स्पंज होता है जिसमे स्पेर्मिसायडल जेल पहले से होता है और इसे इंटरकोर्स से पहले वजाइना में डीप इन्सर्ट करना पड़ता है। सेक्सुअल इंटरकोर्स के लास्ट एक्ट के बाद भी 6 घंटा इसका वजाइना में रहना ज़रूरी है। इसकी फेलियर रेट है 14 से लेकर 27 प्रतिशत। ये उन महिलाओं में ज़्यादा सफल है जिनके बच्चे पहले से हैं।
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4. कॉपर टी



ये एक टी-शेप्ड डिवाइस है जिसे आपके गर्भ में डॉक्टर के द्वारा इन्सर्ट किया जाता है। इसमें मौजूद कॉपर एंटी- फर्टिलिटी के लिए प्रख्यात है। ये पूरा प्रोसेस सुनने में काफी पेनफुल लग सकता है लेकिन असल में ये कुछ मिनट्स का डिस्कम्फर्ट है और कुछ नहीं। ये आपके गर्भ में आपके हिसाब से 3 साल से ले कर 10 साल तक रह सकता है। इसका टिपिकल फेलियर रेट है 0.8 प्रतिशत।
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5. एलएनजी-आईयूएस



ये एक टी-शेप्ड डिवाइस है बिलकुल कॉपर की तरह बस फर्क इतना है की इसमें कॉपर की जगह हॉर्मोन को इन्सर्ट किया जाता है। ये अगर छोटा साइज का हो तो ये 3 साल तक यूज़ किया जा सकता है और इसे टीनएजर्स भी यूज़ कर सकते हैं। इसका बड़ा साइज आम तौर पर चाइल्डबर्थ एक्सपीरियंस कर चुकी महिलाओं को यूज़ करना चाहिए। ये आपको पीरियड के हैवी फ्लो और मेंस्ट्रुअल क्रैम्प्स से भी बचाता है। इसका फेलियर रेट सिर्फ 0.1 से 0.4 प्रतिशत है।
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6. इम्प्लांट



ये एक स्टिक टाइप का डिवाइस है जिसमे एक हॉर्मोन होता है जो हमारी बॉडी में इन्सर्ट किया जाता है। इससे आपके आर्म के अपर पोरशन में इन्सर्ट किया जाता है और उसके बाद ये आपको थोड़ा फील हो सकता है पर दिख नहीं सकता है। ये बहुत इफेक्टिव है और इसकी फेलियर रेट सिर्फ 0.1 प्रतिशत है।
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7. इंजेक्शन या शॉर्ट्स



ये एक प्रकार का इंजेक्शन है जिसे आप हर 3 महीने में ले सकती हैं। इसके कुछ साइड इफेक्ट्स हैं जैसे इर्रेगुलर साइकिल या फिर वेट गेन। पर ये एकमात्र मेथड है जिसको डिसकंटिन्यू करने के बाद भी आपको प्रेग्नेंट होने में कम से कम 8 से 9 महीने लग सकते हैं। इसलिए इसके थ्रू आप अपनी प्रेगनेंसी अच्छे से प्लान कर सकती हैं।
सेहत
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