First Women In Politics After Independence: 2024 में आम चुनाव का माहौल बना हुआ है। लोकतांत्रिक देश भारत में हर बार की तरह लोगों की तरफ से अपना नेता चुना जाएगा जिनसे जनता अपनी भलाई, विकास और मांगों के पूरा होने की उम्मीद रखेंगे। अभी भी चुनाव में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों से कम है। इस बार के चुनाव में देखा जाए तो अभी तक कोई महिला कैंडिडेट पीएम पद के लिए उम्मीदवार नहीं खड़ी हुई हैं। जो यह दिखाता है कि महिलाएं अभी भी राजनीति में पुरुषों की बराबरी में नहीं है। आज हम इसके बारे में बात नहीं करेंगे लेकिन आपको बताएंगे कि भारत की वह प्रथम महिलाएं जिन्होंने पहली बार आजादी के बाद प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री और गवर्नर आदि जैसे पदों को संभाला और अन्य महिलाओं के लिए राजनीति में दरवाजे खोले। आइये उन महिलाओं को जानते हैं।
Election 2024: भारत की राजनीति की First Women जिन्होंने बाकी महिलाओं के लिए रास्ता खोला
भारत की पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल
प्रतिभा देवी सिंह पाटिल द्वारा महज 27 साल की उम्र में ही महाराष्ट्र राज्य विधान मंडल के लिए जलगांव विधानसभा क्षेत्र से अपना पहला चुनाव लड़ा था और बाद में भारत की पहली महिला राष्ट्रपति के तौर पर पद संभाला। उनका जन्म 19 दिसंबर 1934 में ब्रिटिश इंडिया और अब के महाराष्ट्र में हुआ। वह इंडियन 'भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस' से संबंध रखती हैं। उनके पति का नाम देवी सिंह शेखावत था जिनकी 2013 में मृत्यु हो गई और उनके दो बच्चे भी हैं। 25 जुलाई 2007 को उन्होंने देश की 12वीं राष्ट्रपति और देश की पहली राष्ट्रपति के तौर पर पदभार को संभाला। इससे पहले उन्होंने 8 नवंबर 2004 से लेकर 21 जून 2007 तक राजस्थान के गवर्नर के तौर पर काम किया। उनके प्रोफेशनल करियर की शुरुआत जलगांव जिला कोर्ट में प्रैक्टिसिंग वकील के रूप में हुई।
भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी
राजनीतिक परिवार में जन्मी श्रीमती इंदिरा गांधी जी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की पुत्री हैं जो देश के पहले प्रधानमंत्री थे। उनका जन्म 19 नवंबर 1917 को हुआ और अलग-अलग संस्थाओं से शिक्षा प्राप्त की। उनकी शादी 26 मार्च 1942 को फिरोज गांधी के साथ हुई जिससे उन्हें दो बेटे पैदा हुए। उनके पिता नेहरू जी की मौत के बाद उन्होंने लाल बहादुर शास्त्री के कार्यभार के नीचे कैबिनेट मिनिस्टर के रूप में काम किया लेकिन 1966 में उनकी अचानक मौत हो जाने के कारण इन्हें देश की प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया और इन्होने 1966से लेकर मार्च 1977 तक इस पद को संभाला। इस बीच 1975 में उन्होंने नेशनल इमरजेंसी घोषित कर दी। 1980 में यह देश की दूसरी बार प्रधानमंत्री बनीं और अपने पिता नेहरू जी के बाद यह देश की सबसे लम्बे समय तक रहने वाली प्रधानमंत्री हैं।
भारत की पहली महिला मुख्यमंत्री सुचेता कृपलानी
सुचेता कृपलानी भारतीय पॉलिटिशियन और स्वतंत्रता संग्रामी है। इनका जन्म हरियाणा के अंबाला जिले में हुआ। इनके पिता का नाम सुरेंद्रनाथ मजूमदार था जो की एक सरकारी डॉक्टर थे। इन्हें अपने पढ़ाई इंद्रप्रस्थ कॉलेज, नई दिल्ली की और अपनी पोस्ट ग्रेजुएटसेंट स्टीफंस कॉलेज से पूरी की। 1963 में इन्होंने उत्तर प्रदेश राज्य में देश की पहली महिला मुख्यमंत्री के तौर पर पद संभाला। 1974 में इनका देहांत हो गया।
भारत की पहली महिला गवर्नर सरोजनी नायडू
राजनीति के अलावा स्वतंत्रता संग्रामी सरोजिनी नायडू जी का जन्म 13 फरवरी 1879 में हैदराबाद में हुआ। स्वतंत्र भारत में गवर्नर का पद संभालने वाली पहली महिला सरोजिनी नायडू थीं जिन्होंने 1947 से 1949 तक उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के रूप में पद संभाला। इन्हें 'भारत कोकिला' भी कहा जाता है। भारत की आजादी की लड़ाई में इनका खास योगदान था। यह महात्मा गांधी के साथ विशेष रूप से योगदान देती थीं। इन्होंने 'भारत छोड़ो आंदोलन' और 'सत्याग्रह' में भी हिस्सा लिया।