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सेक्स मिथ्स
ज्यादातर लोग यही समझते हैं कि पीरियड्स के दौरान सेक्स करना सेफ होता है। इस समय में प्रेग्नेंसी कंसीव नहीं होती, पर ये सच नहीं है। डॉक्टर्स कहते हैं कि इस समय में कोई भी महिला, प्रेग्नेंट हो सकती है।
यह सबसे बड़ा मिथ है कि रेगुलर सेक्स करने से वजाइना लूज़ हो जाती है। दरअसल सेक्स के दौरान वजाइना का साइज बड़ा हो जाता है लेकिन कुछ देर बाद वो अपने नॉर्मल साइज में फिरसे आ जाता है। सेक्स करने से वेजाइना परमानेंट रूप से नहीं फैलती है। ये सिर्फ पुरानी बातें हैं।
हमारे देश में ऐसा मानने वालों की कमी नहीं है कि सेक्स करने पर ब्लीडिंग होना लड़की के वर्जिन होने की निशानी है। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। कई महिलाओं में तो यह झिल्ली जन्म से ही नहीं होती ,कइयों के केस में हार्ड एक्सरसाइज, खेल-कूद के कारण ये झिल्ली फट जाती है। इसलिए पहली बार सेक्स के दौरान ब्लीडिंग होने वाली बात एक मिथ है।
काफी लोगो का मानना है कि सेक्स के पहले पेशाब करने से एसटीआई यानी सेक्सुअली ट्रांस्मिटेड इन्फेक्शंस की संभावना कम हो जाती है। पर इस बात का कोई सांइटिफिक प्रूफ़ नहीं है ,बल्कि विज्ञान कहता है कि सेक्स के बाद पेशाब जरूर करना चाहिए क्योंकि सेक्स के बाद पेशाब करने से बैक्टीरिया बाहर निकल जाते हैं, जिससे यूटीआई की संभावना कम होती है।
मास्टरबेशन बुरा या सेहत के लिए नुकसानदायक नहीं है। कई सेक्सुअल हेल्थ एक्सपर्ट इसको सेहत के लिए अच्छा मानते हैं। क्योंकि मास्टरबेशन करने से इंसान रिलैक्स फील करता है , इससे बॉडी पर कोई नेगेटिव इफ़ेक्ट नहीं पड़ता।
सेक्स के बारे में तरह-तरह के मिधक (myths) फैले हुए है ,इसलिए खुदको अवेयर करने के लिए जानिये 5 सेक्स मिथ्स
पीरियड्स के दौरान सेक्स करने से प्रेग्नेंट नहीं होते
ज्यादातर लोग यही समझते हैं कि पीरियड्स के दौरान सेक्स करना सेफ होता है। इस समय में प्रेग्नेंसी कंसीव नहीं होती, पर ये सच नहीं है। डॉक्टर्स कहते हैं कि इस समय में कोई भी महिला, प्रेग्नेंट हो सकती है।
महिला की वजाइना नियमित सेक्स से ‘ढीली’ हो जाती है
यह सबसे बड़ा मिथ है कि रेगुलर सेक्स करने से वजाइना लूज़ हो जाती है। दरअसल सेक्स के दौरान वजाइना का साइज बड़ा हो जाता है लेकिन कुछ देर बाद वो अपने नॉर्मल साइज में फिरसे आ जाता है। सेक्स करने से वेजाइना परमानेंट रूप से नहीं फैलती है। ये सिर्फ पुरानी बातें हैं।
पहली बार सेक्स करने पर ब्लीडिंग होती है
हमारे देश में ऐसा मानने वालों की कमी नहीं है कि सेक्स करने पर ब्लीडिंग होना लड़की के वर्जिन होने की निशानी है। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। कई महिलाओं में तो यह झिल्ली जन्म से ही नहीं होती ,कइयों के केस में हार्ड एक्सरसाइज, खेल-कूद के कारण ये झिल्ली फट जाती है। इसलिए पहली बार सेक्स के दौरान ब्लीडिंग होने वाली बात एक मिथ है।
सेक्स करने से पहले पेशाब करना चाहिए
काफी लोगो का मानना है कि सेक्स के पहले पेशाब करने से एसटीआई यानी सेक्सुअली ट्रांस्मिटेड इन्फेक्शंस की संभावना कम हो जाती है। पर इस बात का कोई सांइटिफिक प्रूफ़ नहीं है ,बल्कि विज्ञान कहता है कि सेक्स के बाद पेशाब जरूर करना चाहिए क्योंकि सेक्स के बाद पेशाब करने से बैक्टीरिया बाहर निकल जाते हैं, जिससे यूटीआई की संभावना कम होती है।
मास्टरबेशन करना नुकसानदायक होता है
मास्टरबेशन बुरा या सेहत के लिए नुकसानदायक नहीं है। कई सेक्सुअल हेल्थ एक्सपर्ट इसको सेहत के लिए अच्छा मानते हैं। क्योंकि मास्टरबेशन करने से इंसान रिलैक्स फील करता है , इससे बॉडी पर कोई नेगेटिव इफ़ेक्ट नहीं पड़ता।